हरदा। शहर के गोलापुरा मोहल्ले में पिछले 20 सालों से श्राद्धपक्ष में पितरों की आत्मा शांति के लिए सामूहिक तर्पण का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें नगर के सैकड़ों लोगों के द्वारा हर दिन मंदिर में आकर वैदिक मंत्रों के साथ पूरे विधि विधान से तर्पण किया जाता है. सनातन संस्कृति में श्राद्धपक्ष का बड़ा महत्व होता हैं. इस दौरान सभी परिवारों में अपने दिवंगत परिजनों की आत्मा की संतुष्टि के लिए अनुष्ठान कर नदियों और सरोवरों पर जाकर विधिविधान से तर्पण किया जाता है.
श्राद्धपक्ष में पितरों की आत्मा शांति के लिए सामूहिक तर्पण का आयोजन - harda news
हरदा में आत्म शांति के लिए सामूहिक तर्पण का आयोजन किया गया. जहां अपने दिवंगत परिजनों की आत्मा की संतुष्टि के लिए पूजा पाठ किया गया.

श्राद्धपक्ष में पितरों की आत्मा शांति के लिए सामूहिक तर्पण का आयोजन
श्राद्धपक्ष में पितरों की आत्मा शांति के लिए सामूहिक तर्पण का आयोजन
हरदा के गोसाई मन्दिर में पूरे श्राद्ध पक्ष के दौरान प्रतिदिन सुबह 8 बजे से तर्पण पूजन किया जाता है. बताया जाता कि सामूहिक तर्पण करने का फल यज्ञ से मिलने वाले फल के बराबर होता है. जिसको लेकर शहर के अलग अलग मोहल्लों में रहने वाले लोगों के द्वारा मंदिर में पंडित विवेक मिश्र के मार्गदर्शन में तर्पण किया जाता है. जिसमें मृत व्यक्ति के देहावसान के तिथि पर परिजनों के द्वारा तिल,चावल,जौ और कुसा से जल को पात्र में लेकर तर्पण किया जाता है.