हरदा। जिला सहकारी बैंक आए दिन गड़बड़ियों के चलते चर्चा में बना रहता है. अब यहां एक नया मामला सामने आया है. बैंक से जिन किसानों ने कोई लोन नहीं लिया था. ऐसे करीब 140 किसानों के नाम पर फर्जी ऋण चढ़ाने का मामला सामने आया है. इसका खुलासा तब हुआ जब किसान जिला सहकारी बैंक की मुख्य शाखा पहुंचे.जहां किसानों ने ऋण संबंधी दस्तावजे मांगे तो बैंक उसका कोई रिकॉर्ड ही नहीं दे पाया.
ऐसा भी होता है ! किसानों ने नहीं लिया कर्ज, फिर भी हो गई ऋणमाफी
हरदा के नीमगांव के करीब 140 किसानों का नाम प्रदेश सरकार की जय किसान ऋण माफी योजना में शामिल हो गया है. जबकि उन्होंने ऋण लिया ही नहीं है.
जिला सहकारी बैंक ने नीमगांव सहकारी समिति में ऐसे किसानों का ऋण माफ कर दिया गया, जिन्होंने बैंक से कभी ऋण लिया ही नहीं. इनमें कई किसान ऐसे भी हैं जिन्होंने कम राशि का ऋण लिया. लेकिन उनके खातों में राशि का अंतर दिखाकर उसे ज्यादा बता दिया गया. जब किसानों के नाम प्रदेश सरकार की ऋण माफी योजना में आए तो उन्होंने आपत्ति दर्ज की. आज सहकारी बैंक की मुख्य शाखा हरदा में किसानों को आपत्ति आवेदनों के समाधान के लिए बुलाया गया था. लेकिन किसानों का रिकॉर्ड ही नहीं मिल पाया. अब उन्हें दोबारा 31 दिसम्बर को बुलाया गया है. वहीं किसानों का कहना है कि जब उन्होंने ऋण लिया ही नहीं, तो फिर कैसे ऋण माफी में उनका नाम शामिल हो गया.
सहकारी बैंक के मैनेजर संतोष दीक्षित का कहना है कि किसानों ने सहकारी समिति के पूर्व प्रबंधक पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है. मामले की जांच की जा रही है.