हरदा। मध्यप्रदेश की जीवनदायिनी नर्मदा नदी से नाव के जरिए रेत निकालने का काम लगातार जारी है. हरदा जिले की हंडिया तहसील के ग्राम मैदा ,गोला, मांगरुल सहित अन्य घाटों पर नावों के माध्यम से मजदूरों के द्वारा नर्मदा नदी के बीच से रेत निकालकर किनारों पर लाया जा रहा है. जहां से रेत को ट्रकों के माध्यम से ले जाया जाता है . हंडिया में तहसील कार्यालय के ठीक पीछे रेत ठेकेदार के द्वारा प्रशासन की नजरों के सामने नाव के माध्यम से रेत निकाली जा रही है. खनिज विभाग और पुलिस प्रशासन की अनदेखी से रोजाना ट्रकों में भरकर रेत महानगरों में ले जाई जा रही है.
हरदा: नर्मदा नदी से नाव के जरिए रेत निकालने का काम जारी, प्रशासन मौन
हरदा जिले की हंडिया तहसील के ग्राम मैदा ,गोला, मांगरुल सहित अन्य घाटों पर नर्मदा से रेत निकालने का कारोबार जारी है. वहीं प्रशासन भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
नर्मदा नदी की धार के बीच मजदूरों के द्वारा गहरे पानी में जाकर रेत निकाली जाती है, इसके लिए 10 से 15 नाव लगातार नदी से रेत निकालने का काम करती हैं, जिसमें अनेकों मजदूर अपनी जान जोखिम में डालकर रेत निकालने का काम कर रहे हैं, खनिज विभाग के द्वारा जिले में अब तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं जिले में शासन से स्वीकृत खदानों के अतिरिक्त हुई रेत निकाली जा रही है.
हंडिया तहसीलदार अर्चना शर्मा ने बताया कि हमारे द्वारा बीते 3 दिन पहले कार्रवाई की गई. लेकिन प्रशासन की टीम को देखकर नाव वाले भाग गए थे. उन्होंने बताया कि देवास जिले के नेमावर और आसपास में रेत की कमी है. जिसके चलते वहां के लोग नाव से आकर रेत निकालने का काम कर रहे हैं.