हरदा। शहर में अजनाल नदी के किनारे बने प्राचीन गुप्तेश्वर मंदिर में बारह ज्योर्तिलिंगों की स्थापना की गयी है. जहां भगवान भोलेनाथ के भक्तगण अब एक ही मंदिर में देश के सभी ज्योर्तिलिंगों के दर्शन का लाभ ले सकेंगे.
हरदा के इस मंदिर में बारह ज्योर्तिलिंगों के रुप में विराजे हैं भगवान भोलेनाथ - हरदा
हरदा में अजनाल नदी के किनारे बने प्राचीन गुप्तेश्वर मन्दिर में बारह ज्योर्तिलिंगो की स्थापना की गयी है. जहां भगवान भोलेनाथ के भक्तगण अब एक ही मंदिर में देश के सभी ज्योर्तिलिंगो के दर्शन का लाभ ले सकेंगे. मंदिर के पुजारी ने बताया कि यह जिले का ऐसा पहला मंदिर है जहां भगवान शंकर अब बारह ज्योतिर्लिंगों के रुप में एक ही जगह पर विराजमान है.
![हरदा के इस मंदिर में बारह ज्योर्तिलिंगों के रुप में विराजे हैं भगवान भोलेनाथ](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/images/768-512-2637443-535-baf638b2-a7d9-4313-acc0-929753411112.jpg)
बारह ज्योतिर्लिंगों की स्थापना का यह आयोजिन तीन दिन तक चला, जिसमें पंडित मुरलीधर व्यास के मार्गदर्शन में 15 पंडितों ने पूरे विधि विधान के साथ 12 दम्पतियों के द्वारा पूजन अभिषेक कर ज्योर्तिलिंगों की स्थापना कराई है. बता दे कि मंदिर में पिछले दो साल से इन ज्योर्तिलिंगों का निर्माण कार्य चल रहा था. जिसमें शहर के सभी लोगों ने सहयोग दिया है. पुजारी ने बताया कि यह जिले का ऐसा पहला मंदिर है जहां भगवान शंकर अब बारह ज्योतिर्लिंगों के रुप में एक ही जगह पर विराजमान हैं.
पंडित मुरलीधर व्यास ने बताया कि आज ब्रह्ममुहूर्त से ही द्वादश ज्योतिर्लिंगों की स्थापना का पूजन शुरू किया गया है. जिसमे पंडितों के द्वारा सभी यजमानों के साथ मिलकर भगवान भोलेनाथ के बारह रूपों का अभिषेक पूजन किया गया. पूजन के बाद मंदिर में में विशाल भण्डारे का भी आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की है.