हरदा।किसानों के मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने सीएम शिवराज सिंह चौहान और कृषि मंत्री कमल पटेल को घेरने के लिए हरदा के घंटाघर चौक से दांडी यात्रा की शुरुआत की है. चौक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को माल्यार्पण करने के बाद पैदल मार्च शुरू हुआ. यह दांडी यात्रा 6 दिनों में भोपाल पहुंचकर राज्यपाल को ज्ञापन देकर खत्म होगी. कांग्रेस किसानों के विभिन्न मुद्दों सहित सरकार द्वारा मंडी और खेती पर लाए गए तीनों अध्यादेश वापस लेने की मांग रखेगी.
हरदा से भोपाल के लिए निकली कांग्रेस की दांडी यात्रा, कृषि मंत्री पटेल ने कसा तंज
केंद्र सरकार के किसानों से संबंधित तीन अध्यादेशों के खिलाफ कांग्रेस ने हरदा के घंटाघर चौक से दांडी यात्रा की शुरुआत की है, जो 6 दिनों में भोपाल पहुंचेगी.
यह है मांग
- कृषि और किसानों के लिए लाए गए किसान विरोधी अध्यादेश वापस लिए जाएं, सभी फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीदी तय हो.
- 2019 की नुकसानी की 75 फीसदी शेष राहत राशि और फसलों का भाव अंतर भुगतान राशि व कार्य माफी और गेहूं का बोनस दिया जाए.
- प्राकृतिक आपदा से नष्ट फसल के नुकसान की भरपाई के लिए आरबीसी 64 के तहत 40 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर राहत राशि दी जाए, समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी ना होने के कारण किसानों को भावांतर की राशि दी जाए.
- अमानक खाद बीज के कारण हुए नुकसान की भरपाई हो और संबंधित कंपनियों पर कार्रवाई हो.
- गोशाला में गायों के खर्च पर की कटौती के निर्णय को वापस लिया जाए, मवेशियों से फसल बचाव के लिए कदम उठाए जाए.
- चौकड़ी सोसाइटी में चना खरीदी में हुए घोटाले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई हो किसानों का भुगतान तुरंत किया जाए, चने की गुणवत्ता की जांच संगठन के सामने हो.
- इस साल जिन किसानों का प्रीमियम सभी बैंकों ने काटा है, उनके खातों में पूरी राशि बिना एरिया फैक्टर के दी जाए.
- वर्षा के कारण मूंग फसल की नुकसानी सोयाबीन फसल की बोवनी नहीं होने से नुकसान वह बोवनी के बाद खराब हुई फसल की भरपाई आरबीसी 6-4 के तहत की जाए.
- जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के द्वारा सहकारी समिति के माध्यम से किसानों को नगद दिया जाए.
कांग्रेस नेता हेमंत टाले का कहना है कि किसानों की फसलें पूरी तरह से खराब हो गई हैं, लेकिन सरकार अब तक सर्वे शुरू नहीं करा पाई. इस साल बेचे गए गेहूं पर बोनस एवं समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी ना होने के कारण किसानों के खातों में भावांतर राशि जमा की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों को लेकर केंद्र सरकार के तीनों अध्यादेश से आने वाले दिनों में किसान खुद की जमीन पर गुलाम बनकर काम करेगा इसलिए, सरकार को किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए अध्यादेशों को जल्द वापस लेना चाहिए.
कांग्रेस की दांडी यात्रा पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि कांग्रेसी खुद पहले अपने गिरेबान में झांके. राहुल गांधी का किया वादा उनकी सरकार रहते हुए पूरा नहीं कर पाई. मुख्यमंत्री कमलनाथ की वजह से किसानों को फसल बीमा की राशि कम मिल रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गांधी के नाम पर 50 साल तक राजकर देश की जनता को धोखा दिया है, लेकिन हमने किसानों से जो वादा किया है, वह हमेशा पूरा किया है. कांग्रेस की दांडी यात्रा का कोई मतलब नहीं किसान अब उनके बहकावे में आने वाले नहीं हैं.