हरदा। जिले में लगातार हो रही भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं. जिला जेल के बगल से बहने वाली सुखनी नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. चारों तरफ जलभराव होने से जिला जेल टापू बन गया है. जिसके चलते जेल में बंद 239 कैदियों को बैरक से बाहर निकालकर छत पर पहुंचाया गया है. कैदियों का हाल जानने के लिए कलेक्टर एस विश्वनाथन और एसपी भगवत सिंह बिरदे होमगार्ड के बचाव दल की नाव में लाइफ जैकेट पहनकर उफनती सुखनी नदी को पार कर जेल पहुंचे और वहां का जायजा लिया.
जिला जेल बनी टापू, कलेक्टर और एसपी ने नाव से लिया जायजा - सपी भगवत सिंह बिरदे
हरदा जिले की सुखनी नदी में बाढ़ आने से जेल चारों तरफ जलभराव हो गया है. कैदियों का हाल जानने के लिए कलेक्टर एस विश्वनाथन और एसपी भगवत सिंह बिरदे होमगार्ड के बचाव दल की नाव में लाइफ जैकेट पहनकर उफनती सुखनी नदी को पार कर जेल पहुंचे.
जेल परिसर में जेलकर्मियों के घरों में करीब तीन से चार फीट पानी भर गया है. जेल के आने-जाने का रास्ता अवरुद्ध होने की वजह से जेल परिसर के बाहर रहने वाले कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं पहुंच पा रहे हैं. जेल परिसर की दीवारों के चारों ओर नदी का पानी आ जाने से जेल का भोजन कक्ष भी जलमग्न हो गया. जिसके चलते कैदियों के लिए भोजन भी नहीं बन पाया. जिसके बाद प्रशासन ने नाव के सहारे केदियों के लिए चाय और बिस्किट के पैकेट भिजवाए. वहीं जेल में पानी आने की सूचना मिलने के बाद तत्काल मौके पर पहुंचकर एडीएम डॉ प्रियंका गोयल ने वहां की व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए हैं.
जेलर एमएस रावत ने बताया कि सुबह 5 बजे से जेल परिसर में पानी आना शुरू हो गया था, धीरे-धीरे पानी करीब चार से साढ़े चार फीट हो गया. जेल के दो बैरक में पानी आने से कैदियों को अन्य बैरक में और महिला कैदियों को ऑफिस में शिफ्ट कराया गया. जिसकी सूचना जिला प्रशासन और जेल मुख्यालय को दे दी गई थी, जिसके बाद कलेक्टर ओर एसपी ने जेल आकर जायजा लिया.