हरदा। छत्तीसगढ़ से काम करने आए मजदूर हरदा में फंस गए हैं. अब इनके सामने भोजन की समस्या आ गई है. ये मजदूर प्रधानमंत्री आवास के तहत काम करने के लिए यहां आए थे. मजदूरों के मुताबिक लॉकडाउन के बाद ठेकेदार की तरफ से एक-एक हजार रुपए एडवांस दिए थे. जो कुछ दिनों बाद खत्म हो गए. ऐसे में अब उन्हें आर्थिक तंगी से दो-चार तो होना पड़ रहा है.
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लॉकडाउन के चलते हरदा में छत्तीसगढ़ से आए मजदूर फंस गए हैं. इन मजदूरों के सामने अब खाने का संकट पैदा हो गया है. ये मजदूर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए जा रहे मकानों में काम कर रहे थे.
पीएम आवास निर्माण करने आए छत्तीसगढ़ के इन मजदूरों का कहना है कि अब तक उनकी सुध लेने ना ही कोई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे हैं और न ही ठेकेदार. जिसके चलते उन्हें यहां परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ठेकेदार ने हाथ खड़े कर लिए और भोजन की व्यवस्था बनाने से साफ इनकार कर दिया है. मजदूरों की समस्या को ईटीवी भारत ने प्रशासन के सामने उठाया जिसके बाद नगरपालिका अध्यक्ष सुरेंद्र जैन मौके पर पहुंचे और इन मजदूरों की उचित व्यवस्था करने की बात कही.
नगरपालिका अध्यक्ष सुरेंद्र जैन ने मजदूर परिवारों को 10 मोदी किट दीं. जिसमें इन परिवारों के 7 दिनों के भोजन की व्यवस्था का जरूरी सामान उपलब्ध है. साथ ही उन्होंने ठेकेदार से चर्चा कर सभी मजदूरों को खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध कराने की बात कही. वहीं एक सामाजिक संगठन ने इन परिवारों को ताजा भोजन उपलब्ध कराया.