हरदा। सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त अखिलेश चौहान पिछले 70 दिनों से लगातार कोरोना वॉरियर की भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने पूरे लॉकडाउन के दौरान फील्ड पर रहकर अपनी सेवाएं दीं. अखिलेश चौहान गेहूं खरीदी के दौरान हर केंद्र पर जाकर व्यवस्था बनाते रहे, उसी का परिणाम रहा की हरदा में 5 लाख मिट्रिक टन की रिकॉर्ड तोड़ गेहूं खरीदी पूरी हो पाई.
अखिलेश चौहान ने बताया कि, वह मार्च माह में लॉकडाउन के बाद से अपने घर भोपाल नहीं जा पाए हैं. उन्होंने बताया कि, पत्नी प्रेग्नेंट है. जिसे उन्होंंने अपने माता-पिता के पास भेज दिया हैं. उन्हें गेहूं और चने की खरीदी के लिए रोजाना खरीदी केंद्रों पर जाना होता था, जिसके चलते संक्रमित होने का भय रहता था. इसी के चलते उन्होंने अपनी पत्नी को सुरक्षित रखने के लिए अपने से दूर रखा.
पिछले साल हरदा में 105 खरीदी केंद्र बनाए गए थे, लेकिन इस साल किसानों की सुविधा के लिए 155 खरीदी केंद्र बनाए गए. शासन के द्वारा जिले में गेहूं खरीदी के लिए 2 महीने का समय निर्धारित किया गया था. जिसके एवज में जिले की 52 सहकारी समितियों के द्वारा 15 अप्रैल से 20 मई तक केवल 40 दिनों के भीतर पंजीयन कराने वाले 48 हजार 854 किसानों में से 43 हजार 332 किसानों से खरीदी कर जिले का लक्ष्य पूरा किया गया. शासन के द्वारा गेहूं खरीदी से किसानों को 952 करोड़ 96 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है.