हरदा। हिंदी और गणित विषय में गुणवत्ता को लेकर हरदा जिले ने प्रदेश के 51 जिलों को पीछे छोड़ दिया है. राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल में हरदा जिले के 19 सरकारी स्कूलों को गोल्ड कैटेगरी में शामिल किया है. इन स्कूलों में पढ़ने वाले 90 फीसदी छात्र-छात्राओं को हिंदी और गणित विषय में शासन के द्वारा निर्धारित मानक के आधार पर योग्य माना गया है. इन स्कूलों में अध्ययन करने वाले कुल 90फीसदी छात्र-छात्राओं को हिंदी और गणित विषयों को जानने और समझने के साथ-साथ पढ़ने में भी दक्ष पाया गया. जिसकी वजह से हरदा जिले को शिक्षा की गुणवत्ता में अव्वल दर्जा मिला है.
शिक्षा की गुणवत्ता में हरदा प्रदेश में रहा अव्वल, गोल्ड कैटेगरी में 19 सरकारी स्कूल - प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में दक्षता उन्नयन
हरदा जिले के 19 सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 90 फीसदी छात्र-छात्राओं को हिंदी और गणित विषय में शासन के द्वारा निर्धारित मानक के आधार पर योग्य माना गया है. जिसके बाद इन स्कूलों को गोल्ड कैटेगरी में शामिल किया है.
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जिले को मिली इस उपलब्धि के लिए राज्य शिक्षा केंद्र में हरदा जिले के जिला परियोजना समन्वयक डॉ. आरएस तिवारी एवं जिला शिक्षा अधिकारी डीएस रघुवंशी को सम्मानित भी किया है. हरदा विकासखंड के 8, खिरकिया के 7 और टिमरनी विकासखंड के 4 स्कूलों को गोल्ड कैटेगरी में शामिल किया गया है, जो प्रदेश में सर्वाधिक है. यहां के शिक्षकों का कहना है कि, उनके द्वारा छात्र-छात्राओं को मानसिक स्तर के आधार पर अलग-अलग श्रेणियों में बांटा जाता है. कमजोर छात्र-छात्राओं के ऊपर विशेष ध्यान दिया जाता है, साथ ही कमजोर छात्रों को स्कूल के अलावा अतिरिक्त कक्षाओं के माध्यम से भी पढ़ाई करा कर विषयों में दक्ष किया जा रहा है.
सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक डॉक्टर आरएस तिवारी ने बताया कि, हरदा जिले के कुल 824 प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में दक्षता उन्नयन को लेकर अक्टूबर माह में एक टेस्ट लिया गया था. जिसमें 90 फीसदी बच्चों ने उस टेस्ट को पास किया था.