रुड़की। दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों की घर वापसी का सिलसिला जारी है. जहां प्रशासन लगातार दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का काम कर रहा है, तो कहीं श्रमिकों द्वारा सरकार पर मदद न करने के आरोप भी लगाए जा रहे हैं. हरिद्वार-दिल्ली राजमार्ग एनएच 58 पर ऋषिकेश से मध्यप्रदेश लौट रहे 17 श्रमिक पैदल ही अपना सफर तय करते नजर आए. इन मजदूरों का कहना है कि, किसी भी सरकार ने उनकी मदद नहीं की. भूखों मरने की नौबत आती देख इन्होंने पैदल ही अपने घरों की तरफ चलने का फैसला किया.
बता दें कि, ऋषिकेश में काम कर रहे इन मजदूरों के सामने भुखमरी का संकट खड़ा हो गया है और प्रशासन उनकी कोई भी मदद नहीं कर रहा है. जिसके बाद मजदूरों ने सरकार से घरों तक पहुंचाने की मदद मांगी. लेकिन सरकार द्वारा इसकी परमिशन नहीं मिली. जिसके बाद ये सभी श्रमिक पैदल ही अपने घरों की ओर निकल पड़े. ऋषिकेश से 70 किलोमीटर का रास्ता तय कर सभी श्रमिक रुड़की पहुंचे. जिसके बाद इन सभी की समस्याओं को मीडिया ने सुना.