ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में कोरोना काल में योगा की महत्ता पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसका विषय 'योगा एज ए थैरेपीयूटिक इंटरवेंशन फार कोविड-19' था. इस वेबिनार में देशभर के 11 विशेषज्ञ शामिल हुए. विश्वविद्यालय के टंडन हॉल में हुए इस वेबिनार में लगभग साढे़ तीन सौ प्रतिभागियों ने हिस्सा. कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति डॉ. संगीता शुक्ला ने किया.
जीवाजी यूनिवर्सिटी में किया गया योगा पर वेबिनार का आयोजन - yoga importance
योग कोरोना वायरस से निपटने के लिए मददगार साबित हो सकता है, जीवाजी विश्वविद्यालय में 'योगा एज ए थैरेपीयूटिक इंटरवेंशन फार कोविड-19' वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसमे योग के महत्व और उपयोगिता पर चर्चा की गई.
बता दें कि, विश्वविद्यालय में आयोजित यह दूसरा वेबिनार था, इसे यू-ट्यूब पर भी लाइव किया गया है, जहां बिना रजिस्ट्रेशन के भी लोग इस प्राचीन पद्धति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उसका अपने जीवन में लाभ उठा सकते हैं. दरअसल कोरोना के संक्रमण को लेकर देशभर मे इन दिनों विभिन्न शोध और वैक्सीन पर काम चल रहा है. ऐसे में योग से किस तरह से मानव शरीर को फिट रखा जा सकता है और योग का क्या महत्व है, इसे वेबिनार में बताया गया है.
कोरोना काल में एक बार फिर भारत की प्राचीन पद्धति योगा की जरूरत विश्व को महसूस हुई है. विशेषज्ञों ने बताया कि, योग करने से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है और किसी भी तरह के संक्रमण से निपटने की शरीर को ताकत मिलती है. ऑनलाइन चलने वाले इस वेबिनार को सभी प्रतिभागी अपने लैपटॉप या मोबाइल से भी सुन सकते हैं.