ग्वालियर। ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति संगीता शुक्ला और कार्य परिषद के कुछ सदस्यों के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है. पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रहे छात्रों और कार्य परिषद के सदस्यों के हंगामे के बाद बीएससी नर्सिंग घोटाले में जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं करते हुए कुलपति ने इसे सीधे राजभवन और उच्च शिक्षा विभाग के पास भेज दिया है. इस बीच करीब 6 लोगों को उनके वर्तमान पद से हटा दिया गया है.
बीएससी नर्सिंग घोटाला: कुलपति ने रिपोर्ट को सीधे राजभवन और उच्च शिक्षा विभाग भेजा - ग्वालियर
ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय में बीएससी नर्सिंग घोटाले में जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं करते हुए कुलपति ने इसे सीधे राजभवन और उच्च शिक्षा विभाग के पास भेज दिया है.
दरअसल, बीएससी नर्सिंग अंतिम वर्ष 2019 के कई फेल छात्रों को बाद में पास कर दिया गया था. इस मामले की शिकायत कार्यपरिषद के सदस्यों ने कुलपति को की थी. जिसके बाद कुलपति ने 3 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई और 3 दिन में उन्हें जवाब देने के लिए कहा. जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट कुलपति को दे दी. इस बीच कुलपति कोरोना वायरस पॉजिटिव हो गई. जिससे यह रिपोर्ट लटकी रही. इस बीच सदस्यों और छात्रों ने विश्वविद्यालय में जमकर हंगामा किया था. जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की थी.
कुलपति संगीता शुक्ला ने जांच रिपोर्ट को सीधे राजभवन और उच्च शिक्षा विभाग भेज दिया है. उनका कहना है कि कार्य परिषद के कुछ सदस्यों और छात्रों ने इस मामले की शिकायत राजभवन और हायर एजुकेशन में की थी. इसलिए रिपोर्ट को वहीं भेजा गया है. अब जैसे ऊपर से आदेश आएंगे उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल परीक्षा नियंत्रक मुकुल तेलंग को उनके पद से हटा दिया गया है. वहीं गोपनीय व परीक्षा सहायक कुलसचिव अमित सिसोदिया से भी उनका प्रभार छीन लिया गया है. उनकी जगह साधना शर्मा यह कार्य देखेंगी. कार्यपरिषद के सदस्यों का कहना है कि इस मामले में रिपोर्ट को यहां भी सार्वजनिक किया जाना चाहिए था.