ग्वालियर। कोरोना महामारी के बीच ग्वालियर में एक बार फिर लोगों को महंगाई की मार का सामना करना पड़ रहा है, पिछले एक सप्ताह में सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, इसके पीछे बाहर से सब्जियों का नहीं आना प्रमुख कारण बताया जा रहा है. लॉकडाउन के कारण शनिवार से लगातार बाजार बंद चल रहे हैं. ग्वालियर की प्रमुख लक्ष्मीगंज और क्षत्री बाजार स्थित सब्जी मंडी पूरी तरह से बंद हैं, जिसके चलते सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं.
लॉकडाउन के बाद महंगाई की मार, दोगुने से ज्यादा दामों में मिल रही सब्जियां
लॉकडाउन के बीच ग्वालियर में एक बार फिर लोगों को महंगाई की मार का सामना करना पड़ रहा है, पिछले एक सप्ताह में सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, इसके पीछे बाहर से सब्जियों का नहीं आना प्रमुख कारण बताया जा रहा है.
वहीं कुछ लोग हाथ ठेलों पर सब्जियां गली-मोहल्लों में जाकर बेच रहे हैं, प्रशासन ने लॉकडाउन के चलते 10 बजे तक सब्जी दुकानदारों को छूट दी थी, लेकिन ठेले वाले सब्जियों को गली मोहल्ले में दोपहर तक बेचते देखे गए. इस मामले में लोगों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि सब्जियां करीब तीन गुना दामों में मिल रही हैं. आलू ग्वालियर में 40 रूपये प्रति किलो के हिसाब से सोमवार को बेचा गया. वहीं टमाटर 100 रुपये किलो तक बिक रहा है. इसके अलावा हरी सब्जियों के दाम में काफी बढ़ोतरी हुई है.
इधर हरी सब्जियों में लौकी भिंडी तुरई 25 रूपये प्रति किलो तक बिक रही है, जबकि एक सप्ताह पहले यह दस रूपये प्रति किलो तक बिक रही थी. अचानक सब्जी के दामों में हुई बढ़ोतरी से खासकर गरीब मजदूर और मध्यमवर्गीय लोगों की कमर टूट गई है. बाजार में पहले से ही जरूरत का सामान महंगा मिल रहा है. दुकानदारों का कहना है कि बाहर से सब्जियां आ नहीं रही हैं, जो सब्जियां अभी गांव से खरीदकर लाना पड़ रहा है, जिसके चलते उन्हें महंगे दामों में बेचा जा रहा है.