ग्वालियर।प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के गृह नगर यानी डबरा और उससे सटे इलाकों में अवैध रूप से संचालित ईंट भट्टों में किस तरह मानव जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है. उसका ताजा उदाहरण सोमवार को देखने को मिला है. जहां खेत में खेल रहे दो बच्चों की बिजली के तार की चपेट में आकर मौत हो गई. बच्चों के माता-पिता पास के ही एक ईंट भट्ठे में काम कर रहे थे.
करंट लगने से मजदूर के दो मासूमों की मौत
डबरा से सटे इलाके में बिजली के केबल की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हो गई. हादसे के वक्त बच्चों के माता-पिता पास में ही ईंट भट्टे पर काम कर रहे थे.
दरअसल, डबरा नगर के सटे इलाकों में अवैध रूप से ईंट भट्टों का संचालन किया जा रहा है. एक ऐसे ही ईंट भट्टे पर गैर जिम्मेदाराना तरीके से खेतों के रास्ते बिछाई गई व्यवसायिक बिजली कनेक्शन की नंगी केबल की चपेट में आकर दो हंसते खेलते मासूम मौत की आगोश में समा गए. उन्हें डबरा के अस्पताल में ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें देखते ही मृत घोषित कर दिया.
बताया जाता है कि मजदूर राममिलन केवट के दो बच्चे मनीष और गणेश माता-पिता के ईंट भट्टे पर काम करने के दौरान खेत में खेलने लगे थे. उन्हें नहीं पता था कि खेत में बिजली के तार पडे़ हुए हैं. इनकी चपेट में आकर उनकी मौत हो गई. जब माता-पिता बच्चों के पास पहुंचे तो वे अचेत पड़े हुए थे. आनन-फानन में उन्हें डबरा ले जाया गया, लेकिन वह दम तोड़ चुके थे. इन अवैध रूप से संचालित भट्टों पर मानव सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह के मापदंडों का पालन नहीं किया जाता है, ना ही मजदूरों का कोई रिकॉर्ड रखा जाता है. यही कारण है कि रोटी रोजी की तलाश में आए लोगों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ता है.