ग्वालियर । मुरैना के बागचीनी थाना क्षेत्र में हुए शराब कांड के बाद मरने वालों की संख्या 21 तक पहुंच गई है. वहीं ग्वालियर में भी जहरीली शराब पीने से मंगलवार और बुधवार को तीन लोगों ने दम तोड़ा. ग्रामीणों का कहना है कि लंबे अरसे से छैरा और उसके आसपास नकली शराब बनाई जाती है और बेची जा रही है. पुलिस प्रशासन की ऐसे शराब कारोबारियों पर कोई पकड़ नहीं है, जिसके कारण ये मौते हुई है.
जहरीली शराब से ग्वालियर में तीन और लोगों की मौत - Death by poisonous alcohol
ग्वालियर में जहरीली शराब पीने से तीन और लोगों की मौत हो गई है और कई की हालत गंभीर बनी हुई है. इस पर मृतक के परिजनों ने शहर के डेड हाउस पर मृतकों के शव रखकर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
![जहरीली शराब से ग्वालियर में तीन और लोगों की मौत Gwalior](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-10231341-977-10231341-1610546522925.jpg)
वहीं मुरैना में इस घटना में 21 लोगों की मौत के बाद सरकार ने मुरैना के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. गौरतलब है कि अंचल के लगभग सभी इलाकों में यह कच्ची शराब बनाई जाती है और इसको बकायदा पॉलीथिन प्लास्टिक के क्वार्टर में भरकर उन्हें बेचा जाता है. हाल ही में ग्वालियर में कुछ माफियाओं के खिलाफ करवाई की गई है, बावजूद इसके गांवों में कच्ची शराब बनाई जाने का सिलसिला जारी है.
हाल के घटनाक्रम के बाद पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ है लेकिन कुछ दिन बीतने के बाद यह कारोबार फिर नहीं पनपेगा इसकी कोई गारंटी नहीं है. ग्रामीणों का कहना है कि जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में अपने परिजनों को खोने का गम ग्वालियर के डेड हाउस पर देखने को मिला, यहां लोगों ने खुले तौर पर आरोप लगाया कि पुलिस समय पर एक्शन लेती तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती.