ग्वालियर। देश भर में कोरोना मरीजों के लिए टीकाकरण अभियान को शुरू हुए 4 महीने पूरे हो चुके हैं. पिछले एक महीने से टीकाकरण की रफ्तार बढ़ गई है. युवाओं से लेकर बुजुर्ग भी vaccination करने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर पहुंच रहे है. लेकिन 50 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिनमें वैक्सीन के डोज को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. मतलब लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लगाने के बाद यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है, कि दूसरा डोज कब और किस समय लगवाना है. खासकर यह असमंजस की कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर बना हुआ है, क्योंकि इस वैक्सीन को लेकर सरकार और WHO लगातार गाइडलाइन बदल रहा है. डब्ल्यूएचओ के लगातार गाइडलाइन बदलने से कोविशील्ड वैक्सीन का दूसरे डोज लगने की ना तो तारिख तय हो पा रही है और ना ही इसका कोई समय तय किया गया है.
- वैक्सीन की डोज को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति
वैसे तो अभी भी शहर से लेकर गांव तक वैक्सीन को लेकर लोगों में कई भ्रांतियां हैं. यही वजह है कि लोग वैक्सीन लगवाने से अभी भी डर रहे हैं. लेकिन उसके बावजूद भी ज्यादा से ज्यादा लोग अब वैक्सीन लगवा रहे हैं. लेकिन लोगों को वैक्सीन डोज के समय को लेकर काफी असमंजस हो रहा है. खासकर कोविशील्ड वैक्सीन के समय को लेकर ऐसा हो रहा है, क्योंकि सरकार के द्वारा कई बार वैक्सीन के दूसरे डोज को लगवाने को लेकर समय सीमा बदली गई है. पिछले 3 महीनों में वैक्सीन के दूसरे डोज लगवाने के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किए हैं. इस वजह से लोगों को इस बात का पता नहीं चल रहा है कि वैक्सीन का दूसरा डोज कब और कितने समय बाद लगाना है. यही वजह है कि लोग टीकाकरण सेंटर पर पूछने के लिए आ रहे हैं.
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- कोविशील्ड के दूसरे डोज को लेकर कई बार बदला समय
इन 4 महीनों में वैक्सीन के दूसरे डोज को लेकर सरकार ने कई बार समय बदला है. पहले सरकार ने कोविशील्ड वैक्सीन के दोनों डोज को 28 दिन की अवधि में लगाने का फैसला किया था. उसके बाद कोविशील्ड के दूसरे रोज में 4 हफ्ते की अवधि को बढ़ाकर 8 हफ्ते किए जाने का फैसला किया गया. फिर उसके बाद डब्ल्यूएचओ ने समय बढ़ाकर कोविशील्ड का दूसरा डोज 84 दिन बाद कर दिया है. इस तरह लगातार वैक्सीन के डोज के समय को बदला जा रहा है. इस वजह से लोग असमंजस है. कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें वैक्सीन के दूसरे डोज के लिए समय की सही जानकारी नहीं है.
- सिर्फ कोविशील्ड को लेकर आ रही परेशानी