ग्वालियर। इंदौर में मानवीय मूल्यों को दरकिनार कर देने वाले वीडियो ने एक बार फिर बहस को जन्म दिया है कि जिनका इस दुनिया में कोई नहीं होता है उनके साथ जानवरों से सलूक किया जाता है. इस बात की पुष्ठी कल वायरल हुए एक वीडियो ने कर दी है. जिस पर खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संज्ञान लेते हुए इंदौर नगर निगम के अपर आयुक्त को बर्खास्त कर दिया है. यदि हम ग्वालियर की बात करें तो शहर में कई जगह पर बेसहारा बुजुर्ग सड़कों पर रहकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं. लेकिन सड़कों पर सबसे ज्यादा ऐसे बेसहारा बुजुर्ग है जो अपनी मर्जी से रह रहे हैं. नगर निगम की तरफ से शहर में स्वर्ण सदन और मंगल आश्रम संचालित हो रहे हैं जिसमें ज्यादातर बुजुर्ग अपना जीवन यापन कर रहे हैं. उनकी अच्छे तरीके से देखभाल की जाती है, साथ ही वहां पर खाने-पीने की व्यवस्थाएं जिला प्रशासन और समाजसेवियों के द्वारा हो रही है.
बेटा होने के बाद भी बुजुर्गों 'बेसहारा'
जब बेसहारा बुजुर्गों महिला से पूछा गया कि उन्हें कोई लेने नहीं आता है तो उन्होंने इसका जबाव ना में जबाव देते हुए दिया. बेसहारा बुजुर्गों महिला ने बताया कि उनके घर में एक बेटा है. उन्होंने बताया कि जब से लॉकडाउन लगा है वह तभी से बेसहरा बैठी है. जब उनसे कहा कि आप तो आश्रम लेने कोई आता है तो उन्होंने कहा कि नहीं वे आश्रम नहीं जाना चाहती है.
आश्रम में नहीं जाना चाहते हैं बुजुर्ग
ग्वालियर में बेसहारा बुजुर्ग घूमते हैं, साथ ही कई ऐसे बेसहारा बुजुर्ग है जो मंदिर के पास रहकर अपने खाने-पीने का इंतजाम से करते हैं. बाकायदा समाजसेवी हर दिन इनके लिए खाना की व्यवस्था करते हैं. यह ऐसे बेसहारा बुजुर्ग है जो आश्रम में जाना नहीं चाहते हैं, लेकिन शहर के ज्यादातर बेसहारा बुजुर्ग नगर निगम और जिला प्रशासन के द्वारा संचालित आश्रमों में रह रहे हैं और वहीं पर उनके खाना पीना की व्यवस्था की जाती है.