ग्वालियर। बीते एक सप्ताह से जारी जूनियर डॉक्टर ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है. अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर थे. हड़ताल खत्म करने का फैसला सबसे पहले ग्वालियर जूनियर डॉक्टर्स के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने लिया था. जिसके बाद जूनियर डॉक्टर से आक्रोशित हो गए और मेडिकल कॉलेज में इकट्ठा हो गए एक पत्र भी अध्यक्ष के खिलाफ सौंप दिया है. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सेक्रेटरी डॉ. भरत यादव का कहना है कि सरकार ने कुछ मांगे मान ली है लेकिन उन्हें लिखित में आश्वासन चाहिए. तभी वह काम पर लौटेंगे.
संगठन में फूट का अंदेशा
जूनियर डॉक्टर्स के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा के हड़ताल खत्म करने के ऐलान के बाद भी जूनियर डॉक्टर्स का एक ग्रुप हड़ताल करने पर अड़ा हुआ नजर आया. एसोसिएशन के सेक्रेटरी डॉ. भरत यादव ने कहा कि देवेंद्र शर्मा ने सभी सदस्यों से बिना पूछे हड़ताल खत्म करने का ऐलान कर दिया जबकि वो और उनके साथी बिना लिखित आश्वासन के हड़ताल खत्म नहीं करेंगे.
तय समय पर काम पर लौटे जूडा
इधर जीआरएमसी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. समीर गुप्ता का कहना है कि अब जूनियर डॉक्टर को तय समय पर काम पर लौट आना चाहिए. क्योंकि मामला कोर्ट में विचाराधीन है और प्रबंधन की तरफ से आंकड़ों को कोर्ट में पेश करना होगा. इसके अलावा कॉलेज में मेडिकल काउंसलिंग की बैठक आयोजित की गई. जिसमें फैसला लिया गया कि जूनियर डॉक्टरों को अपना इस्तीफा सौंपा था उसे एक्सपेट नहीं किया है साथ ही उन्हें वापस आने को कहा है.
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सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स भी होंगे बहाल
जीआरएमसी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. समीर गुप्ता ने कहा है के जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन में 2 दिन पहले सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर भी शामिल हुए थे. इसलिए सरकार के निर्देश पर मेडिकल प्रबंधन ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था. उन्हें इस हड़ताल में शामिल नहीं होना चाहिए था लेकिन उन्होंने स्वीकार किया है कि गलती हुई है, यही वजह है कि उनको भी अब हल करने की प्रक्रिया की जा रही है. वह भी सभी काम पर वापस आएंगे ताकि मरीजों को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो.