ग्वालियर। 15 जून 2020 को लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के जवानों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. जहां चीनी सैनिकों के हमले से भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. शहीद सैनिकों की मौत के कारण देशभर के लोगों में आक्रोश है, लोग जगह-जगह लोग चीन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग पुतला जला कर आक्रोश जाहिर कर रहे हैं.
समाजसेवी संगठनों ने जलाया चीन के राष्ट्रपति का पुतला, चीनी सामान के बहिष्कार का लिया संकल्प
भारत-चीन के बीच हुई झड़प में भारत के 20 वीर जवान शहीद हो गए. जिसके बाद बाद से ही पूरे देश में लोगों के अंदर चीन को लेकर आक्रोश है. ग्वालियर में लोगों ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला जलाया. पढ़िए पूरी खबर...
ग्वालियर में भी लगातार दूसरे दिन लोगों ने चीन के राष्ट्रपति का पुतला जलाया. साथ ही चीन की अर्थव्यवस्था को खराब करने के लिए भारतीय बाजार से चीनी सामान का बहिष्कार करने का भी संकल्प लिया. गुरुवार को फूलबाग चौराहे पर विवेकानंद सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला जलाया और मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. वहीं इससे पहले बुधवार को ही महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा के सामने समाजसेवी कार्यकर्ताओं ने चीन का पुतला फूंका था.
सामाजिक कार्यकर्ता नूतन श्रीवास्तव ने बताया कि लोगों से आह्वान किया जा रहा है कि सभी लोग चीन से निर्यात होकर आए सामान का बहिष्कार करें. चीन की अर्थव्यवस्था को तोड़ने के लिए चीनी सामान का भारत में पूरी तरह से बहिष्कार होगा, तभी हम शहीद जवानों का बदला ले सकते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय बाजार से चीन करोड़ों डॉलर कमा रहा है और भारत की ही पीठ पर छुरा घोंप रहा है. चीन की अर्थव्यवस्था को खराब करने के लिए उसके सभी सामान का बहिष्कार जरूरी है.