ग्वालियर। बहुचर्चित बॉलीवुड फिल्म सोन चिड़िया को लेकर पूर्व डकैत मलखान सिंह और मान सिंह के परिजनों की याचिका पर कोर्ट के निर्देश के बावजूद फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं हो सकी. मामले में पक्षकार बनाए गए फिल्म निर्माता-निर्देशक और कलाकारों की ओर से कोई भी जवाब पेश करने के लिए उपस्थित नहीं हुआ.
ग्वालियर कोर्ट में नहीं हो सकी सोन चिड़िया की स्क्रीनिंग, निर्माता-निर्देशक कोई नहीं हुआ पेश - gwalior
कोर्ट की सिंगल बेंच ने सुनवाई के दौरान पूछा कि संबंधित पक्षकारों को नोटिस भेजे गए हैं और उन्हें मिले हैं कि नहीं. इस पर याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने बताया कि ईमेल से नोटिस संबंधित पक्षों को सर्व किए जा चुके हैं, लेकिन हार्ड कॉपी से नोटिस सर्वर नहीं हुए हैं. वहीं दुसरे पक्ष की तरफ से कोई भी कोर्ट में पेश नहीं हुआ लिहाजा 2 दिन बाद यानी गुरुवार के लिए फिर सुनवाई नियत की है.
कोर्ट की सिंगल बेंच ने सुनवाई के दौरान पूछा कि संबंधित पक्षकारों को नोटिस भेजे गए हैं और उन्हें मिले हैं कि नहीं. इस पर याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने बताया कि ईमेल से नोटिस संबंधित पक्षों को सर्व किए जा चुके हैं, लेकिन हार्ड कॉपी से नोटिस सर्वर नहीं हुए हैं. वहीं दुसरे पक्ष की तरफ से कोई भी कोर्ट में पेश नहीं हुआ लिहाजा 2 दिन बाद यानी गुरुवार के लिए फिर सुनवाई नियत की है.
बता दे, इस मामले में याचिकाकर्ता मलखान सिंह और मान सिंह के परिजनों का आरोप है कि फिल्म में उनके चरित्र को तोड़ मरोड़ कर दिखाया गया है और दोनों को एक ही गैंग में शामिल बताया गया है, जबकि मानसिंह की गैंग 25 साल पहले खत्म हो चुकी थी और मलखान सिंह की गैंग 1975 के बाद सक्रिय हुई थी. फिल्म निर्माता-निर्देशक ने जिस किताब का हवाला दिया है उसके मूल कथानक में भी छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है.