ग्वालियर।महाराष्ट्र की आघाड़ी सरकार में सियासी उथल -पुथल के बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कहना है कि इस सरकार के पास ना सिद्धांत हैं, ना सोच है और ना ही आगे बढ़ने की कार्यशैली है. केवल सत्ता की भूख और कुर्सी से चिपकने के लिए आघाड़ी सरकार बनी है. सिंधिया ने कहा कि यह दरार जब यह सरकार बनी, तभी से है.
महाराष्ट्र के सियासी भूचाल पर बोले सिंधिया यह सरकार न स्थिर है और न आपस में तालमेल : केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि महाराष्ट्र में अब विधान परिषद चुनाव के बाद खलबली मची है. यह सरकार न तो यह स्थिर है और इनमें आपस में तालमेल भी नहीं है. उन्होंने कहा कि हम एक स्थिर राज्य के पक्ष में हैं. वो संभालें, नहीं तो हटें. अब जिम्मेदारी उनकी है. एक स्थिर सरकार महाराष्ट्र में स्थापित हो. हम केवल स्थिर सरकार पर विश्वास रखते हैं. हमारी केंद्र में स्थिर सरकार है और राज्य में भी स्थिर सरकार होनी चाहिए.
क्या है मामला :महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव के बाद महाविकास अघाड़ी और उद्धव ठाकरे के लिए परेशानियां बढ़ती हुई दिख रही हैं. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे नाराज हैं. विधान परिषद के नतीजे आने के बाद कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे का संपर्क शिवसेना से टूट गया है. बताया जा रहा है कि वे 22 विधायकों के साथ गुजरात के सूरत में हैं. शिंदे ठाकरे परिवार से नाराज चल रहे हैं. उधर विधान परिषद चुनावों के परिणाम को लेकर नाराज सीएम उद्धव ने मंगलवार को विधायकों की आपात बैठक भी बुलाई है.
शिंदे के साथ सूरत गए विधायकों की वायरल सूची :मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमवार रात से ही एकनाथ शिंदे और शिवसेना के 10 से 12 विधायक संपर्क में नहीं हैं. उद्धव ठाकरे ने वर्षा बंगले पर शिवसेना के विधायकों की बैठक बुलाई है. ऐसे में अगर ये विधायक वहां नहीं पहुंचते हैं तो महाविकास अघाड़ी सरकार के लिए मुश्किल बढ़ सकती है. जानकारी के मुताबिक, शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ सूरत के किसी होटल में रुके हैं और बीजेपी के संपर्क में हैं. कहा जा रहा है कि ये सभी विधायक गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल के संपर्क में हैं. (Scindia on political earthquake of Maharashtra) (Aghadi government distracted) (BJP in favor of stable government) (SHIV SENA 11 MLAS INCLUDING MINISTER IN SURAT0