ग्वालियर।गणेश चतुर्थी के अवसर पर 'अर्जी वाले गणेश भगवान' के मंदिर में वैसे तो हर साल भक्तों का जमावड़ा रहता है. मंदिर में लोगों को पैर रखने की जगह नहीं होती है, लेकिन इस साल गणेश चतुर्थी पर अलग ही नजारा देखने को मिला. बताया जा रहा है कि शनिवार को कांग्रेसियों ने बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यालय में उपस्थित होकर विरोध प्रदर्शन किया था. जिसके चलते पुलिस प्रशासन ने शिंदे की छावनी मार्ग को दोनों ओर से बंद कर दिया और आम लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी.
कांग्रेस के प्रदर्शन के चलते रास्ते बंद, गणेश जी के दर्शन के लिए नहीं पहुंच पाए श्रद्धालु - कांग्रेस का प्रदर्शन
कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के चलते इस बार 'अर्जी वाले गणेश भगवान' में श्रद्धालु नहीं पहुंच पाए. बता दें कि हर साल गणेश चतुर्थी के अवसर दिनभर भक्तों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन इस बार इक्का दुक्का श्रद्धालु ही नजर आए.
दोनों ओर से आवाजाही बंद होने के चलते सवा तीन सौ साल पुराने अर्जी वाले गणेश मंदिर पर भक्तों की संख्या ना के बराबर रही. हालांकि, देर शाम जब कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन खत्म हुआ, तब भक्तों का आवाजाही शुरू हो गई थी. बता दें कि इस मंदिर में हर साल गणेश चतुर्थी को बड़ी संख्या में लोग पूजा-अर्चना और दर्शन के लिए आते हैं. वहीं इस बार लोग मंदिर तक नहीं पहुंच सके. पुलिस प्रशासन ने शिंदे की छावनी से गुरुद्वारा मार्ग को पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया था पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका था.
कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के बीच पूरा बाजार बंद हो गया. कानून व्यवस्था बिगड़ने के डर से लोगों ने दुकानें नहीं खोली. श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की दुकानें भी बंद हो गई. इक्का-दुक्का श्रद्धालु गली-कूचे से निकलकर मंदिर तक पहुंचे, लेकिन उनकी संख्या ना के बराबर थी. शाम को जब कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन खत्म हो गया, उसके बाद किसी तरह मंदिर के लिए रास्ता खुला गया था. तब कहीं जाकर लोगों ने दर्शन किए. यह पहला मौका था जब किसी राजनीतिक दल के विरोध प्रदर्शन के चलते आम रास्ते को ही अवरुद्ध कर दिया गया था.