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छत्तीसगढ़ के कवर्धा में नाबालिग से दुष्कर्म के विरोध में ABVP, भूपेश सरकार का जलाया पुतला

आदिवासी नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में गुरुवार को एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया. ग्वालियर में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने भूपेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अपराधियों पर लगाम लगाने में नाकामयाब रही है.

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Published : Dec 17, 2020, 3:45 PM IST

ABVP Performance
एबीवीपी का प्रदर्शन

ग्वालियर।छत्तीसगढ़ के कर्वधा में आदिवासी नाबालिग से दुष्कर्म का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. जिसकी गूंज ग्वालियर में सुनने को मिल रही है. ग्वालियर में नाबालिग आदिवासी छात्रा के साथ दुष्कर्म के मामले में सरकार द्वारा प्रभावी कदम नहीं उठाए जाने और घटना का विरोध जताने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 14 कार्यकर्ताओं को जेल भेजने के विरोध में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को केआरजी कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और छत्तीसगढ़ सरकार का पुतला जलाया.

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रांत सहमंत्री शालिनी वर्मा ने कहा कि जब इसका विरोध जताने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया तो भूपेश सरकार ने एबीवीवी के 14 कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया. प्रांत सहमंत्री का कहना है कि 3 दिन से कार्यकर्ता जेल में बंद हैं जिसके विरोध में आज ग्वालियर के कन्या महाविद्यालय के बाहर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया गया है और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला जलाया गया है.

नाबालिग से दुष्कर्म मामले में सड़क पर उतरे ABVP के छात्र, पुलिस से झूमा-झटकी

प्रेमी समेत 5 आरोपियों की गिरफ्तारी

अब मामले में खुलासा होने के बाद सिटी कोतवाली पर सवाल उठने लगे हैं. पुलिस ने पीड़िता के बयान को झूठी कहानी करार दे दिया था. इतना ही नहीं मामले को दबाने की कोशिश की गई थी. वारदात के लगभग 14 दिन बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने चार नाबालिग सहित पांच आरोपियों की गिरफ्तारी की है. सामूहिक दुष्कर्म का मामला कायम कर नाबालिग का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया था. साथ ही अब पूरे मामले को सामूहिक दुष्कर्म मानकर फिर से जांच की जा रही है.

पुलिस पर लगे गंभीर आरोप

अब तक नाबालिग के प्रेमी सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जिनमें 4 आरोपी नाबालिग हैं. सिटी कोतवाली पुलिस की यह पहली लापरवाही नहीं है, जिसे पहले भी सरेखा गांव में हुए गोलीकांड को भी दबाने की कोशिश की गई थी. जब मामला मीडिया में सामने आया, तब गोली चलाने की बात को माना गया था.

दरअसल, 22 नवंबर को छत्तीसगढ़ के कवर्धा में एक नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ था. लेकिन पुलिस ने इस संवेदनशील मामले में आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं की, उल्टे उन्हें संरक्षण दिया. जिसका एबीवीवी के लोगों ने विरोध किया. एबीवीपी छात्रों का आरोप है कि पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के कवर्धा इकाई में एक नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म हुआ था जिसमें छत्तीसगढ़ पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. एबीवीपी का आरोप है कि भूपेश सरकार द्वारा अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है.

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