ग्वालियर।जिले के बेहटा गांव के पास आलू की पहली टिश्यू कल्चर लैब की स्थापना होने जा रही है. जिसमें आलू की विभिन्न किस्मों का ना सिर्फ उत्पादन होगा बल्कि उसका प्रसंस्करण भी किया जाएगा. फिलहाल जो किसान ग्वालियर में आलू का उत्पादन करते हैं वह सब्जी के रूप में उपयोग होने वाले आलू का उत्पादन करते हैं. टिश्यू कल्चर लैब के खुलने से आलू की गुणवत्ता सुधरेगी. साथ ही 20 फीसदी तक इसका उत्पादन भी बढ़ाया जा सकेगा.
20 फीसदी बढ़ेगा आलू का उत्पादन
इस टिश्यू कल्चर लैब के पीछे एक बहुत बड़ा मकसद है. केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से यह लैब 40 बीघा क्षेत्र में स्थापित की जाएगी. जिसमें 10 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है. टिश्यू कल्चर लैब की मदद से एक ही पौधे से कई पौधे तैयार करना इसका मकसद है. ग्वालियर में फिलहाल आलू के संदर्भ में सिर्फ रिसर्च लैब है, जबकि बेहटा गांव में टिश्यू कल्चर लैब पहली अपने तरह की लैब होगी. यहां किसानों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी. लैब की स्थापना के साथ ही आलू पैदा करने वाले किसानों को प्रशिक्षण की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी.