ग्वालियर। भितरवार तहसील के इटमा गांव में अधेड़ किसान बूटा राम शर्मा की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. कुछ दिनों पहले मृतक बूटा राम शर्मा ने जहर खा लिया था. जिसके बाद उन्हें पहले भितरवार और फिर वहां से ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी.
किसान की आत्महत्या की जांच शुरू, बेटों ने बैंक अधिकारियों पर कर्ज के लिए दबाव बनाने का लगाया आरोप - Investigation of farmer's suicide in Gwalior commenced
भितरवार तहसील के इटमा गांव में एक किसान की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बेटों पर कर्ज के दवाब के चलते किसान की आत्महत्या की बात को अभी जल्दबाजी बताया है.
मृतक किसान के पास करीब 40 बीघा जमीन है और उनके दो बेटों की शादी हो चुकी है. जबकि एक बेटे की शादी के लिए वह तैयारी कर रहे थे. मृतक के बेटे दीपक और अमन पर बैंक का करीब तीन लाख से ज्यादा का कर्जा था. मृतक के बेटे अमन शर्मा का आरोप है कि उनके पिता को बैंक अधिकारी परेशान कर रहे थे. बैंक अधिकारी कहते थे कि यदि कर्ज नहीं चुका तो पुलिस उनके घर आएगी और उन्हें बंद कराएगी.
मामले में भितरवार पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि फिलहाल यह नहीं कहा जा सकता कि किसान ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या की है क्योंकि कर्ज लेने की श्रेणी में वे सीधे तौर पर शामिल नहीं थे. बाकी किन हालातों में इस किसान ने आत्महत्या की है, इसकी जांच के बाद ही पुष्टि हो सकेगी. उधर राजस्व अमले ने भी इस मामले में अपनी ओर से जांच शुरू कर दी है और बैंक अधिकारियों से भी संपर्क किया गया है.