ग्वालियर। अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के निर्माण को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. हर शख्स चाहता है कि मंदिर निर्माण में उनके क्षेत्र की मिट्टी का उपयोग किया जाए. इसी कड़ी में ग्वालियर के सीनियर एडवोकेट ने हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर की है. जिसमें कहा गया है कि राम मंदिर निर्माण में भिंड जिले की मिट्टी का उपयोग किया जाए.
राम मंदिर निर्माण में भिंड की मिट्टी का उपयोग करने के लिए HC में याचिका दायर - Foundation stone for construction of Ram temple will be on August 5
राम मंदिर निर्माण में भिंड की मिट्टी का उपयोग करने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है.
![राम मंदिर निर्माण में भिंड की मिट्टी का उपयोग करने के लिए HC में याचिका दायर Petitioned in HC](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-8253003-thumbnail-3x2-ram.jpg)
एडवोकेट उमेश बोहरे का कहना है कि विभांडक ऋषि के बेटे श्रगी ऋषि के यज्ञ करने से श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न पैदा हुए थे, जिसका जिक्र बाल्मीकि रामायण में है. इसलिए मंदिर निर्माण में यहां की मिट्टी का उपयोग किया जाए. याचिकाकर्ता उमेश बोहरे ने मुख्य सचिव, कमिश्नर और भिंड कलेक्टर को पार्टी बनाया है. साथ ही उनका कहना है कि इस मामले की सुनवाई जल्द हो सकती है. उन्होंने भिंड जिले और कमिश्नर से राम मंदिर निर्माण के लिए एक कलश में भिंड की मिट्टी अयोध्या ले जाने के लिए परमिशन मांगी है.
अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाना है. जिसकी 5 अगस्त को नींव रखी जाएगी. जिसकी तैयारियां जोरों पर है. राम मंदिर का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इसके लिए उज्जैन के महाकाल वन से मिट्टी और विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से भस्मी भी पूजा के लिए अयोध्या पहुंचाई जाएगी. वहीं बैतूल से भी ताप्ति नदी का जल अयोध्या भिजवाया गया है.