ग्वालियर। शहर के माधवगंज थाना क्षेत्र के गुड़ा गुड़ी का नाका इलाके में दो पड़ोसियों के बीच उपजे विवाद में एक पक्ष के खिलाफ कार्रवाई होने पर गुर्जर समाज ने आक्रोश जताया है. गुर्जर समाज का कहना है कि क्राइम ब्रांच में पदस्थ आरक्षक भानु प्रताप कुशवाहा ने अपने मकान के अवैध निर्माण की शिकायत पर पड़ोसी धर्मेंद्र गुर्जर पर झूठा मुकदमा दर्ज कराया है, जबकि घटना के समय धर्मेंद्र माधव गंज थाने में शिकायत लेकर गया हुआ था. इसकी सीसीटीवी रिपोर्ट भी थाने से ली जा सकती है.
गुर्जर समाज के लोगों ने SP को सौंपा ज्ञापन, क्राइम ब्रांच में पदस्थ आरक्षक पर लगाए गंभीर आरोप - आरक्षक भानु प्रताप कुशवाहा
गुर्जर समाज के लोगों ने एसपी को एक ज्ञापन सौंपा है. जिसमें उन्होंने क्राइम ब्रांच में पदस्थ आरक्षक भानु प्रताप कुशवाहा और धर्मेंद्र गुर्जर के बीच हुए विवाद को लेकर हुई एफआईआर पर आपत्ति जताई है. पढ़िए पूरी खबर...
27 सितंबर को बालाजीपुरम में रहने वाले भानु प्रताप कुशवाहा और धर्मेंद्र गुर्जर के परिवार के बीच झगड़े का एक वीडियो वायरल हुआ था. इसके बाद माधव गंज थाने में धर्मेंद्र और उसके परिवार के लोगों पर मामला दर्ज कर लिया गया, जबकि धर्मेंद्र का कहना है कि घटना में उसके भतीजे चेतन गुर्जर के अंगूठे में फ्रेक्चर हुआ है. उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. भानु के पुलिस विभाग में होने के कारण थाने में एक तरफा कार्रवाई की है. इसे लेकर गुर्जर समाज के लोग पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपा.
गुर्जर समाज के लोगों का कहना है कि उन्होंने जितेंद्र की मेडिकल रिपोर्ट भी सौंपी है. इस आधार पर दूसरे पक्ष पर भी कार्रवाई की जाए और धर्मेंद्र घटना के समय मौजूद ही नहीं था. उसका नाम एफआईआर से हटाया जाए. पुलिस अफसरों ने इस मामले में उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है.