ग्वालियर।जिले में पिछले कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी और उमस से लोगों को गुरूवार को राहत मिली. गुरुवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे, जिसके बाद जिले में तेज बारिश हुई. महाराष्ट्र और गुजरात में आए निसर्ग साइक्लोन का असर ग्वालियर में भी देखा गया है. जिसकी वजह से जिले में भारी बारिश हुई है. जिसका असर ग्वालियर चंबल संभाग की फसल पर भी पड़ेगा, हालांकि अधिकांश फसल कट चुकी है, खलिहान में रखी फसल को नुकसान हो सकता है. वहीं इन दिनों मंडियों में कृषि उपज मंडियों में फसल की खरीद हो रही है. वहां भी इस बारिश से असर पड़ने की संभावना है.
भीषण गर्मी और उमस से मिली लोगों को राहत, निसर्ग तूफान के असर से ग्वालियर चंबल संभाग में बारिश - nisarga cyclone in Gwalior
महाराष्ट्र और गुजरात में आए निसर्ग तूफान का असर ग्वालियर में भी देखा गया है. जिसकी वजह से जिले में भारी बारिश हुई है. जिससे लोगों ने भीषण गर्मी और उमस से राहत की सांस ली है.
ग्वालियर चंबल अंचल में जून के अंत में मानसून का आगमन होता है, लेकिन इस बार नौतपा के बीच में ही 28 मई से मौसम में बदलाव देखा गया. तेज बारिश आंधी और हवा से नौतपा की गर्मी ठंडक में तब्दील हो गई. इस बीच रोजमर्रा मेहनत मजदूरी करके अपना पेट पालने वाले लोग परेशान हो गए हैं, सब्जी, फल और दूसरे कारोबार करने वाले निम्न कारोबारियों का कहना है कि ज्यादा गर्मी में भी ग्राहक उनसे छिटक जाते थे, फिर लॉकडाउन के कारण ग्राहकों का आना पूरी तरह से बंद हो गया. अब बारिश के कारण वे सुबह से अपनी बिक्री नहीं कर सके हैं. हर मौसम में मार सबसे ज्यादा उन पर ही पड़ती है.
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक फिलहाल एक-दो दिन तक बारिश हो सकती है. बारिश से लोगों ने भीषण गर्मी और उमस से कुछ राहत महसूस की है, लेकिन ये राहत क्षणिक है आसमान खुलते ही एक बार फिर से उमस और भीषण गर्मी से लोगों को दो-चार होना पड़ेगा.