ग्वालियर।पेट्रोलियम पदार्थों में हो रही बेतहाशा वृद्धि से आम आदमी बुरी तरह परेशान है. इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस के अनुषांगिक संगठन एनएसयूआई ने स्थानीय गोला का मंदिर चौराहे पर केंद्र सरकार का पुतला जलाया. एनएसयूआई का आरोप है कि आम आदमी इन दिनों पहले से ही परेशान है. कोरोना संक्रमण में उसकी माली हालत खराब हो चुकी है. ऊपर से महंगाई आसमान छू रही है, ऐसे में केंद्र सरकार ने पेट्रोलियम पदार्थों में अब तक की सबसे ज्यादा वृद्धि की है. इससे आम आदमी खासकर गरीब तबका परेशान हो चुका है.
पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों का NSUI ने किया विरोध, केंद्र सरकार का जलाया पुतला - nsui president vansh maheshwari
केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाए जाने के बाद से लगातार इसका विरोध हो रहा है. ग्वालियर में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार का पुतला जलाया, और बढ़ी हुई कीमत को वापस लेने की मांग की.
एनएसयूआई अध्यक्ष वंश माहेश्वरी का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार के पेट्रोलियम पदार्थों के रेट अलग है. मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्साइज ड्यूटी पेट्रोलियम पदार्थों पर लग रही है. 2014 में यह 9 थी, जो अब बढ़कर 32 हो चुकी है. उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों में मूल्य वृद्धि का असर सीधा आम लोगों की जेब पर पड़ता है. इससे महंगाई बढ़ती है, मौजूदा दौर में सब्जियों से लेकर हर दिन उपयोग में आने वाली सभी वस्तुएं महंगी हो चुकी हैं. यदि केंद्र सरकार ने जल्द ही पेट्रोलियम पदार्थों पर मूल्य वृद्धि वापस नहीं ली, तो आंदोलन को एनएसयूआई और ज्यादा उग्र करेगी, और उसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी.