ग्वालियर।शासकीय विज्ञान महाविद्यालय में NSUI ने प्राचार्य कक्ष के बाहर धरना प्रदर्शन किया. अपनी 7 सूत्रीय मांगों को लेकर एनएसयूआई ने कॉलेज प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगा है. इन मांगों पर संतोषजनक कार्रवाई नहीं करने पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है.
एनएसयूआई का आरोप है कि पूर्व प्राचार्य के कार्यकाल में कंप्यूटर लैब का उद्घाटन किया गया था. तब वहां डेढ़ सौ कंप्यूटर उच्च शिक्षा विभाग को दिखाए गए थे. लेकिन उद्घाटन के बाद से ही इस लैब में ताला पड़ा हुआ है और वहां कंप्यूटर भी नहीं है. एनएसयूआई का सवाल है कि कंप्यूटर कहां गए, अगर चोरी हुए हैं तो उसकी सार्वजनिक एफआईआर की जाए. कालेज प्रबंधन ने कोई जांच समिति बनाई हो तो उसकी रिपोर्ट भी सार्वजनिक की जाए.
वहीं एनएसयूआई का यह भी कहना है कि कॉलेज के मुख्य द्वार की मरम्मत के लिए सरकार ने 35 लाख रुपए कॉलेज प्रबंधन को दिए थे, लेकिन 35 लाख रुपए सिर्फ गेट की मरम्मत में खर्च नहीं हो सकते.
ऐसे में बाकी पैसे कहां हैं, इसका भी हिसाब नहीं दिया गया है. जबकि समय-समय पर एनएसयूआई इस मुद्दे को उठाती रही है. उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के गार्ड ना तो आने-जाने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग करते हैं और ना ही हाथों को सैनिटाइज किया जाता है.
जिससे कोरोना वायरस के दौर में संक्रमण फैल सकता है. वो छात्रों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है. इसके अलावा महाविद्यालय के कई पदाधिकारी और कर्मचारी बिना मास्क और ग्लब्स के कॉलेज आते हैं. उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए. खास बात यह है कि 1 घंटे तक चले प्रदर्शन के बावजूद कॉलेज प्रबंधन की ओर से कोई भी छात्रों से उनका ज्ञापन लेने नहीं पहुंचा.