ग्वालियर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की जयंती के मौके पर ग्वालियर में हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) में बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) और नारायण राव आप्टे (Narayan Rao Aapte) को याद किया. हिंदू महासभा ने गोडसे, गांधी और आप्टे पर संगोष्ठी का आयोजन किया था. इस संगोष्ठी में हिंदू महासभा के गिने-चुने कार्यकर्ता शामिल हुए. इस संगोष्ठी में हिंदू महासभा ने एक बार फिर नाथूराम गोडसे को शहीद बताते हुए कहा है कि देश के विभाजन के लिए महात्मा गांधी और मोहम्मद अली जिन्ना ही जिम्मेदार थे.
गांधी के बाद जिन्ना की हत्या की थी प्लानिंग
हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) के नेता जयवीर भारद्वाज ने कहा कि "देश के विभाजन के लिए गांधी और जिन्ना कसूरवार थे, इसलिए नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) ने महात्मा गांधी का वध किया था. उन्हें जिन्ना का भी वध करना था लेकिन गोडसे की गिरफ्तारी के कारण वह बच गया था. विभाजन के समय 10 लाख हिंदुओं का कत्ल हुआ था जबकि 50 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा था. इसी कारण गोडसे और नारायण राव आप्टे ने महात्मा गांधी और जिन्ना के वध का फैसला किया था."
स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल हो सभी क्रांतिकारियों की कहानी
जयवीर भारद्वाज ने कहा कि "हिंदू महासभा का मानना है कि देश की आजादी में 7,32,000 क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान दिया है. उनके बारे में स्कूलों के पाठ्यक्रम में पढाया जाना चाहिए. ताकि हमारे नौनिहालों को अपने पूर्वजों के बलिदान के बारे में जानकारी हासिल हो और वह सच्चाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा ले सकें."