ग्वालियर।शहर में बढ़ते ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए अब परिवहन विभाग एक नए प्लान की शुरुआत करने जा रहा है. इसके लिए विभाग नैरोगेज के ट्रैक पर कोलकाता की तर्ज पर ट्राम चलाने का प्लान तैयार कर रहा है. परिवहन विभाग अभी रूट प्लान और मॉडल तैयार कर रहा है, जैसे ही ये प्लान तैयार हो जाएगा, उसे प्रशासन को सौंपा दिया जाएगा.
नैरोगेज ट्रेन को ट्राम के रूप में किया जाएगा विकसित, ट्रैफिक दबाव कम करने में मिलेगी मदद - Narrow track
परिवहन विभाग पुरानी नैरोगेज ट्रेनों को ट्राम के रूप में विकसित करने की योजना बना रहा है, माना जा रहा है कि इसकी मदद से शहर के ट्रैफिक दबाव को कम करने में मदद मिलेगा.
परिवहन अधिकारी एमपी सिंह का कहना है कि सिंधिया रियासत काल में यह नैरोगेज ट्रेन शहर के अंदर से होकर गुजरती थी, लेकिन आज के समय में ट्रेन मुख्य स्टेशनों से होते हुए बाहर से ही निकल जाती है, जबकि आज भी इसका ट्रेक मौजूद है. वही पुराने ट्रैक और नए ट्रैक का मिलान किया जा रहा है.
अधिकारी ने बताया कि, पुरानी ट्रेन के मौजूद डिब्बों में इलेक्ट्रिक इंजन लगाकर उन्हें आसानी से चलाया जा सकता है. परिवहन विभाग की ये पहल ग्वालियर को एक अलग पहचान देगी. साथ ही उनका कहना है कि, फिलहाल काम शुरू करने के लिए शहर में 11 किलोमीटर तक मौजूद ट्रेक का उपयोग किया जा सकता है. विभाग का मानना है कि, पूरे शहर को जोड़ते हुए पुराने ट्रैक के साथ नया ट्रैक फिर से विकसित किया जाता है, तो आने वाले दिनों में ट्रैफिक दबाव आसानी से कम हो सकता है.