ग्वालियर। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की पहली A++ का दर्जा पाने वाली ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी में प्रदेश की पहली अत्याधुनिक वातानुकूलित बहुमंजिला लाइब्रेरी खुलने जा रही है, जो छात्र और छात्राओं के लिए 24 घंटे खुली रहेगी. जिसमें 2 हजार छात्र-छात्राएं एक साथ बैठकर पढ़ाई कर सकेंगे. इस 7 मंजिला लाइब्रेरी में एक बड़े कंप्यूटर सेंटर के साथ-साथ देश-विदेश और आंचलिक भाषाओं का साहित्य उपलब्ध रहेगा. इसके अलावा एक मंजिल पर ई लाइब्रेरी उपलब्ध रहेगी. वहीं, दिव्यांगों के लिए भी यहां बुक्स उपलब्ध कराई जाएगी. इसके अलावा सभागार और कैफेटेरिया भी होगा.
A++ का दर्जा पाने वाली प्रदेश की पहली यूनिवर्सिटी:मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित जीवाजी यूनिवर्सिटी की देशभर में एक अलग ही पहचान है. 1964 में इस यूनिवर्सिटी की स्थापना हुई थी तब से लेकर अब तक उन्नति की दिशा में यूनिवर्सिटी ने कई आयाम छुए हैं और हाल ही में A++ का दर्जा पाने के बाद प्रदेश की पहली सरकारी यूनिवर्सिटी बन गई है. साल के आखिरी दिनों में छात्रों को यहा यूनिवर्सिटी एक और सौगात देने जा रही है. विश्वविद्यालय के कैंपस में सात मंजिला प्रदेश की पहली इंटरनेशनल लेवल की लाइब्रेरी तैयार हो रही है और यह लाइब्रेरी 24 घंटे खुली रहेगी. पढ़ाई के दौरान छात्रों के खानपान का भी ध्यान इस लाइब्रेरी में रखा गया है. यानी कि एक फूड कोड भी इस लाइब्रेरी में मौजूद रहेगा. इसके अलावा छात्रों की समस्या के समाधान के लिए देश-विदेश के अलावा आंचलिक सहित और एक बड़ा कंप्यूटर सेंटर भी इस लाइब्रेरी में रहेगा.
पूरी तरह गोलाकार है लाइब्रेरी की बिल्डिंग: जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति अविनाश तिवारी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि ''जीवाजी विश्वविद्यालय के द्वारा इस अनोखी लाइब्रेरी को खोलने के लिए एक अलग प्रकार की बहु मंजिला इमारत तैयार की जा रही है, जिसे अंचल की भाषा में गोल बिल्डिंग कहा जा रहा है, क्योंकि यह पूरी तरह गोलाकार है. जिसमें छात्रों के हित के लिए सभी कार्यक्रम आयोजित होंगे. सबसे पहले इसमें ई लाइब्रेरी होगी. इसके अलावा छात्रों के हितों के लिए पुस्तके उपलब्ध कराई जाएंगी. जो उनके विषयों के साथ-साथ देश-विदेश और आंचलिक भाषा में मौजूद रहेगी, दिव्यांग भी यहां आकर पढ़ाई कर सकेंगे.''