अब माधवराव सिंधिया भी बीजेपी के...कांग्रेस नेता बोले- उधार का सिंदूर मांग कर सुहागन न बने बीजेपी - Madhavrao Scindia Birth Anniversary
कांग्रेस के दिवंगत नेता माधव रावसिंधिया की जयंती ग्वालियर चंबल में बीजेपी की ओर से मनाई जा रही है. बीजेपी ने चुनावी साल मे जयंती को भी इवेंट की शक्ल दे दी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान से लेकर नरेन्द्र सिंह तोमर तक बीजेपी के तमाम दिग्गज नेता ग्वालियर में हैं. सभी नेता उनकी छतरी पर पहुंचे और प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर भजन संध्या में शामिल हुए. मतलब नजारे को देखकर ऐसा लग रहा था कि, अब स्वर्गीय माधवराव सिंधिया कांग्रेस के नहीं बल्कि बीजेपी की हो चुके हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि, क्या ग्वालियर चंबल को दी गई माधवराव की सौगातें भी अब बीजेपी अपने खाते में लेने की तैयारी में है.
स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की जयंती आज
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Published : Mar 10, 2023, 10:45 PM IST
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Updated : Mar 10, 2023, 11:00 PM IST
स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की जयंती आज
ग्वालियर।स्वर्गीय माधवराव सिंधिया कांग्रेस के कद्दावर नेता थे. ग्वालियर चंबल अंचल में उन्हें विकास पुरुष के नाम से जाना जाता है. यही कारण है कि, कांग्रेस पार्टी अपने विकास पुरुष यानी स्वर्गीय माधवराव सिंधिया का नाम आज भी बड़ी सम्मान के साथ लेती है, लेकिन अब कांग्रेस पार्टी स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के नाम से किनारा करने में लगी है. उनके बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया जब से कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए हैं उसके बाद उनके पिता की पुण्यतिथि और जयंती को BJP भव्य तरीके से मनाने लगी है. यही कारण है कि, उनकी जयंती और पुण्यतिथि को मनाने का मौका कांग्रेस को नहीं मिल पा रहा है. लिहाजा कांग्रेस धीरे-धीरे उनके नाम को भूलने लगी है.
स्मृति में राष्ट्रीय मैराथन दौड़:माधवराव सिंधिया के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया. सबसे पहले सुबह उनकी स्मृति में राष्ट्रीय मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया. खास बात यह है कि, इस मैराथन दौड़ में खुद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके बेटे महाआर्यमन सिंधिया 12 किलोमीटर दौड़ लगाई. इसके बाद शाम को उनकी छतरी पर भजन संध्या का कार्यक्रम किया गया. इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित ग्वालियर चंबल अंचल के मंत्री और सभी बड़े विपक्ष नेता शामिल हुए. साथ ही सिंधिया अपने पूरे परिवार के साथ इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचे. अब इस कार्यक्रम के कई मायने निकाले जा रहे हैं. कांग्रेस इसे आगामी विधानसभा का सिंधिया का इवेंट बता रही है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि, अपने आप को टिकट दिलाने के लिए यह सब सिंधिया कर रहे हैं.
रुतबे के लिए शक्ति प्रदर्शन:आगामी समय में मध्यप्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने हैं. ऐसे में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने आप को मजबूत करने में लगे हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया चाहते हैं कि, आगामी विधानसभा चुनाव में उनका रुतबा बरकरार रहे. अपने समर्थकों को जिताने के लिए लगातार अंचल में शक्ति प्रदर्शन करने में लगे हैं. यह साबित करना चाहते हैं कि, ग्वालियर चंबल अंचल में उनकी बड़ी फौज है. वह इस अंचल के सर्वमान्य नेता हैं. यही कारण है कि, वह इस समय ग्वालियर में सबसे ज्यादा दौरे कर रहे हैं. दौरे के दौरान उनके समर्थक मंत्री और पूरा प्रशासन उनके साथ चलता है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर में किसी न किसी बहाने बड़ा आयोजन कर रहे हैं. इसमें वह सरकार को भी बुला रहे हैं. इसका दूसरा कारण यह भी है कि, सिंधिया आगामी लोकसभा चुनाव में ग्वालियर लोकसभा से चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं.
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आयोजन को बताया इवेंट:कांग्रेस अब अपने नेता की जयंती पर बीजेपी द्वारा बड़े आयोजन को लेकर उसे इवेंट करार दे रही है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि, बीजेपी के पास कोई ऐसा बड़ा चेहरा नहीं है. जिसे वह आगे ला सके. यही कारण है कि, वह हमारे नेता के नाम का उपयोग कर रही है. मतलब साफ है कि, उधारी का सिंदूर मांग कर बीजेपी अपना काम चला है. साथ ही उनका कहना है कि, सिंधिया जी अपने पिता के नाम का उपयोग बीजेपी के चुनावी इवेंट में कर रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है. कांग्रेस पार्टी के लिए स्वर्गीय माधवराव सिंधिया सबसे प्रथम हैं. उनकी सोच उनकी विचारधारा ने ग्वालियर और प्रदेश को आगे बढ़ाया है. वह इस ग्वालियर के लिए विकास पुरूष थे. बीजेपी के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर कहना है कि, स्वर्गीय माधवराव सिंधिया ग्वालियर के गौरव थे. उनकी विचारधारा और उनकी सोच ने ग्वालियर के साथ मध्य प्रदेश को आगे बढ़ाया, लेकिन कांग्रेस पार्टी उन्हें धीरे-धीरे भूलती जा रही है. इसलिए हम सब ग्वालियर वासियों का यह कर्तव्य है कि, उनको समय समय पर याद किया जाए.