ग्वालियर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव समाप्त हो गए हैं. अब हर किसी को नतीजे का इंतजार है. ग्वालियर चंबल संभाग में परिणाम से पहले ही सबसे ज्यादा चर्चा का विषय है कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का राजनीतिक भविष्यक्या होगा? क्योंकि मतदान के कुछ दिन पहले उनके बेटे का पैसे के लेनदेन को लेकर एक के बाद एक वायरल वीडियो ने भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में भूचाल ला दिया है.
वायरल वीडियो को राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी तक सीधे प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साध रही है. क्या माना जाए की बेटे के वायरल वीडियो तोमर की तरक्की पर ब्रेक लगा सकते हैं?
तोमर की छवि पर लगा दाग: भारतीय जनता पार्टी के सबसे भरोसेमंद, कद्दावर नेता और बीजेपी संगठन की आंखों के तारे बने रहे, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर इन दिनों बड़ी आरोपों में घिरे हुए हैं. ऐसा पहली बार देखने को मिला है कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पर दाग लगा है. यह दाग उनके ही बेटे की वजह से लगा है. चुनाव के दौरान मतगणना से ठीक पहले एक के बाद एक वीडियो वायरल होते हैं. इसमें तोमर की बड़े बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर कनाडा में बैठे एक व्यक्ति से पैसे के लेनदेन को लेकर बातचीत करते हुए दिखाई देते हैं.
इन वायरल वीडियो में पहले 100 करोड़, 500 करोड़ फिर 10000 करोड रुपए की लेनदेन की बातचीत होती दिखाई दी. जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो मध्य प्रदेश की ही नहीं बल्कि पूरे देश भर की सियासत में भूचाल आ गया. ऐसा पहली बार देखने को मिला है, जब खुद केंद्रीय कृषि मंत्री ही नरेंद्र सिंह तोमर इस पूरे मामले पर बचते हुए नजर आए और उन्होंने इस दौरान मीडिया को कोई भी जवाब नहीं दिया.
मतदान से कुछ दिन पहले हुआ था खुलासा: यह वीडियो सोशल मीडिया पर उस दौरान वायरल हुआ, जब मतदान में कुछ ही समय शेष रह गया था. इस दौरान तोमर के दोनों बेटे उनकी विधानसभा में लगातार प्रचार प्रसार कर रहें थे. एक के बाद एक जब वीडियो वायरल हुई, तो तोमर के बड़े बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर गायब हो गए और फिर वह कैंपेन में नजर नहीं आए.
चुनाव के बीच यह मामला इतना तूल पकड़ गया कि खुद राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को और नरेंद्र सिंह तोमर को घेरते हुए नजर आए. सबसे खास बात यह कि इस पूरे मामले में बीजेपी का कोई बड़ा नेता तोमर के बचाव में नहीं आया और ना ही इस मामले को लेकर किसी ने बयान दिया.