ग्वालियर: शहर के जनक गंज इलाके में रहने वाले एक किशोर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, उसे डर था कि वह अगले साल होने वाली नीट परीक्षा में पास नहीं पाएगा, जिससे उसका डॉक्टर बनने का सपना भी पूरा नहीं होगा. मृतक कपड़ा व्यवसाई का बेटा था. बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद लाश को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है.
#NEET में फेल होने के डर से नाबालिग छात्र ने लगाई फांसी
ग्वालियर में नीट में पास नहीं होने के डर से डिप्रेशन का शिकार हुए एक नाबालिग ने आत्महत्या कर ली, मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें, उसने अपनी आत्महत्या का कारण लिखा है.
दरअसल, गांधी मार्केट में कपड़ा कारोबारी भरत ढींगरा के 17 साल के बेटे रौनक मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उसका सपना था कि वह बड़ा होकर डॉक्टर बने, घर वालों की भी उस से यही अपेक्षा थी, लेकिन इस साल उसे नीट परीक्षा में सफलता नहीं मिली थी. जिसके बाद वह नए सिरे से तैयारी करने लगा था, लेकिन पढ़ाई में मन नहीं लगने के कारण रौनक डिप्रेशन का शिकार हो गया था और उसे डर था कि वह नीट का एग्जाम क्लियर नहीं कर पाएगा.
रौनक बीती रात चुपचाप अपने कमरे में सोने चला गया. सुबह जब कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो घर वालों ने खिड़की में से झांक कर देखा, वह फांसी पर लटका हुआ था यह देख घरवालों के हाथ-पैर फूल गए और घर में कोहराम मच गया. आनन-फानन में पुलिस को भी इत्तला दी गई. पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने नीट परीक्षा में पास न होने के डर से और डॉक्टर बनने का सपना पूरा नहीं होने की वजह से खुद को खत्म करने की बात लिखी थी.