ग्वालियर। केंद्रीय कारागार में बुधवार को अव्यवस्थाओं के चलते कई बहनें अपने जेल में बंद भाइयों से मुलाकात नहीं कर सकी, तो कई बहनें सिर्फ जालियों से भाई का दीदार कर पाईं. क्योंकि उन्हें भाई दूज के मौके पर उन्हें घर का बना खाना और तिलक करने की अनुमति नहीं थी.
जेल प्रबंधन के नए फरमान से गुस्से में महिलाएं, जेल में बंद भाइयों से नहीं कर पाई मुलाकात
केंद्रीय जेल में कैद कई लोगों से उनकी बहनें मिलने गईं लेकिन उन्हें जेल प्रशासन ने मिलने नहीं दिया, जिससे कई बहनें निराश होकर लौट आईं.
जेल प्रबंधन ने इस बार बहनों की जेल में बंद भाइयों से खुली मुलाकात को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया था. दूरदराज शहरों से आई महिलाओं को जेल प्रबंधन के नए फरमान के बारे में जानकारी नहीं थी. इसलिए घर का बना खाना और भाई दूज पर उसकी लंबी उम्र के लिए तिलक का सामान लेकर पहुंची थी. लेकिन उन्हें निराश होना पड़ा क्योंकि जेल प्रबंधन ने उन्हें बाहर ही रोक दिया. खास बात ये है कि छोटे से दरवाजे से अंदर जाने के लिए 3 हजार महिलाएं जमा हो गई थी. इससे वहां बड़ी देर तक अव्यवस्था फैला रहीं.
महिलाओं का दबाव ज्यादा बढ़ा तो जेल प्रबंधन कुछ और खिड़कियों को खोला और उनके भाई से मुलाकात कराई. लेकिन इस दौरान कई बुजुर्ग महिलाएं और बीमार बहने अपने भाई से मिले बगैर ही वहां से निराश हो कर चली गईं. जेल प्रबंधन ने कहा कि उन्होंने पहले ही खुली मुलाकात प्रतिबंधित होने की सूचना प्रकाशित कराई थी. लेकिन दूरदराज से आने वाले लोगों को यह सूचना नहीं मिल पाई थी. इस कारण जेल प्रबंधन को महिलाएं कोसती हुई नजर आई.