ग्वालियर।मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक बार फिर लोगों को परेशानी उठानी पड़ सकती है. Madhya Pradesh Nurses Association के आह्वान पर सोमवार को ग्वालियर जिले की करीब 800 से ज्यादा नर्सें सामूहिक अवकाश पर रहेंगी. यदि फिर भी उन्हें 24 घंटे के भीतर सरकार की ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला, तो वह प्रदेश भर में 30 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाएगी. इस आंदोलन में महिला नर्स के साथ मेल नर्स भी शामिल है.
नर्स एसोसिएशन की हड़ताल जारी - 12 मांगों को लेकर आंदोलन कर रही है नर्सें
12 सूत्रीय मांग को लेकर 12 मई से यह नर्सेज चरण बद्ध आंदोलन कर रही है. नर्सों का कहना है कि सोमवार को Jayarogya Hospital समूह के अधीक्षक डॉ. आरके धाकड़ और Gajra Raja Medical College के डीन डॉ. समीर गुप्ता को एक ज्ञापन भी सरकार के नाम से सौंपा जाएगा. एसोसिएशन की मांग है कि उन्हें उच्च स्तरीय वेतनमान स्वीकृत किया जाए.
- अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने की मांग
पदनाम बदलने के साथ ही अस्थाई तौर पर रखी जा रही नर्सों की स्थाई नियुक्ति की जाए. सिर्फ सीमित अनुबंध के लिए नर्सेज को भर्ती नहीं किया जाए. कोई भी जोखिम भरे कोरोना संक्रमण काल में सीमित अवधि के लिए अपने परिवार को खतरे में डालकर नौकरी करने के लिए तैयार नहीं होगा. ग्वालियर में करीब 700 से ज्यादा फीमेल नर्सेज है जबकि मेल नर्स की संख्या 100 के आसपास है. नर्सों का यह भी कहना है कि उन्हें फ्रंटलाइन वॉरियर्स मानकर कोरोना योद्धा का इनाम देने की बात कही गई थी, जिसे अब सरकार ने अपनी चर्चा में लाना छोड़ दिया है. वहीं कई नर्सों की कोविड-19 महामारी के दौरान मौत हो गई है. नर्सों की मांग है कि ऐसे नर्सों के परिवार को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए.
जूनियर डॉक्टरों के बाद नर्सिंग स्टाफ हड़ताल की राह पर, काली पट्टी बांधकर किया काम
- इन मांगों को लेकर नर्सिंग स्टाफ कर रहा है आंदोलन
- पुरानी पेंशन योजना को जल्द से जल्द लागू किया जाए.
- कोरोना संक्रमण में जान गंवाने वाली नर्सिंग स्टाफ को 15 अगस्त को राष्ट्रीय अवार्ड दिया जाए.
- नर्सों को डेजिग्नेशन प्रमोशन दिया जाए, साथ ही अन्य स्टेट की तरह नर्सों के पदों का नाम परिवर्तित किया जाए.
- मेल नर्स की भर्ती की जाए.
- नर्सों को समान कार्य के लिए समान वेतन मान दिया जाए.