ग्वालियर। आज यानी 5 जुलाई को साल का तीसरा चंद्र ग्रहण पड़ा. इस ग्रहण को भारत और उसके आसपास नहीं देखा जा सकेगा, इसलिए इस ग्रहण के प्रभाव से भारत अछूता है. विद्वानों ने चंद्र ग्रहण के चलते सूतक लगने की भी घोषणा नहीं की थी, इसलिए मंदिरों के पट हमेशा की तरह खुले रहे और लोग नियमित पूजा-पाठ किए. इस दौरान मंदिर के पुजारियों ने विशेष पाठ कर सबकी सुख समृद्धि और शांति की कामना की.
चंद्रग्रहण से तिकड़ी संकट का संकेत
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो हर ग्रहण अपने साथ शुभ या अशुभ संकेत लेकर आता है. लेकिन इस बार ग्रहण की तिकड़ी संकट का संकेत दे रही है. एक ही महीने में सूर्य ग्रहण से पहले और बाद लगे चंद्र ग्रहण को ज्योतिष के जानकार अच्छा नहीं मान रहे हैं. आज के चंद्र ग्रहण को लेकर तरह-तरह की आशंकाएं जताई जा रही हैं. ग्रहों की चाल पढ़ने वाले ज्योतिषी किसी संकट की आशंका जाहिर कर रहे हैं. माना जा रहा है कि चंद्र ग्रहण के प्रभाव से प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ सकता है. चंद्र ग्रहण के कारण आने वाला समय विश्व के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है.