ग्वालियर। जिले के डबरा के बजरंग स्वसहायता समूह संचालक के बेटे बृजेन्द्र रावत से रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है. दरअसल जनशिक्षा केन्द्र के डेटा कम्प्यूटर ऑपरेटर और चपरासी खाद्यान्न कूपन की जानकारी देने के बदले रिश्वत की मांग कर रहे थे. बीआरसी धर्मेंद्र पाठक के नाम पर तीन हजार रूपये की रिश्वत की मांग की जा रही थी.
तीन हजार की रिश्वत लेते कम्प्यूटर ऑपरेटर और चपरासी गिरफ्तार, इंदौर लोकायुक्त की कार्रवाई - Two employees arrested for taking bribe
ग्वालियर जिले में लोकायुक्त पुलिस ने समूह संचालक की शिकायत पर जनशिक्षा केंद्र डबरा में पदस्थ कम्प्यूटर डेटा एंट्री ऑपरेटर एवं कार्यालय में पदस्थ चपरासी को तीन हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया है.
बृजेन्द्र रावत ने परेशान होकर इसकी शिकायत ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस से की, जिसके बाद लोकायुक्त पुलिस ने केमिकल लगे रूपये देकर फरियादी को जनशिक्षा केन्द्र भेजा. लोकायुक्त टीम के लोग भी बृजेन्द्र रावत के आसपास रहे. जैसे ही बृजेन्द्र ने डेटा एंट्री कम्प्यूटर ऑपरेटर व चपरासी को पैसे दिये, लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई कर दी. दोनों आरोपियों के केमिकल लगे हाथ पानी में डाले गए आरोपियों को रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया.
वहीं दोनों आरोपियों ने कहा कि वे जनशिक्षा केंद्र के अधिकारी बीआरसी धर्मेंद्र पाठक के लिए रिश्वत की मांग का काम करते थे. वहीं लोकायुक्त पुलिस ने बीआरसी धर्मेन्द्र पाठक को सूचना देने के बाद लंबे समय तक इंतजार किया. लेकिन पाठक ने अपना मोबाइल बंद कर लोकायुक्त के अधिकरियों से मिलने से मना कर दिया.