ग्वालियर। लॉकडाउन के कारण ग्वालियर जीआरपी में पिछले एक महीने से अपराधों का ग्राफ शून्य पर आ गया है. ग्वालियर जीआरपी में अमूमन रेल से कटकर आत्महत्या करने और चोरी, छीना झपटी के 2 अपराध रोजाना दर्ज होते हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण पैदा हुए हालातों में ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से ठप होने से अपराध के ग्राफ पर ब्रेक लग गया है.
लॉकडाउन ने अपराधों पर लगी ब्रेक, जीआरपी में पिछले एक महीने नहीं दर्ज हुआ कोई मामला - gwalior news
कोरोना वायरस के चैन को खत्म करने के लिए लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में पिछले एक महीने से अपराधों का ग्राफ शून्य पर आ गया है. ग्वालियर जीआरपी में अमूमन रेल से कटकर आत्महत्या करने और चोरी छीना झपटी के 2 अपराध रोजाना दर्ज होते हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण पैदा हुए हालातों में ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से ठप होने से अपराध के ग्राफ पर ब्रेक लग गया है.
ब्रॉडगेज जीआरपी के स्टाफ को अपनी ड्यूटी तो करनी पड़ रही है, लेकिन वो दिन भर थाने में बैठे रहते हैं. तीन शिफ्ट में जीआरपी का स्टाफ बिना किसी अपराध की विवेचना के ड्यूटी कर रहा है. रेलवे स्टेशन पर दिनभर सन्नाटा पसरा रहता है.
ऐसे में 85 पुलिसकर्मियों के स्टाफ में से कुछ लोग अपने ड्यूटी पर आ रहे हैं, लेकिन वे अधिकांश समय थाने में बैठे रहते हैं. ना तो रेल से कटकर मरने वालों की रिपोर्ट आ रही है और ना ही किसी यात्री के साथ चोरी और लूट की घटना की शिकायत दर्ज कराई गई है.