ग्वालियर। केंद्र सरकार द्वारा कृषि उपज वाणिज्य व्यापार विधेयक 2020, कृषक उपज आश्वासन और कृषि सेवा कर विधेयक 2020 योजना के दो बिल पास होने के बाद कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल सरकार पर निशाना साध रहे हैं. वहीं बीजेपी विपक्षी दलों पर भ्रम फैलाने का आरोप लगा रही है. ग्वालियर में बीजेपी किसान मोर्चा का कहना है कि ये बिल किसानों के हित का है और विपक्षी दल इस बिल को लेकर भ्रामक जानकारी देकर किसानों को गुमराह कर रही है.
कृषि बिल को लेकर किसान मोर्चा ने दी जानकारी, विपक्षी दलों पर लगाया भ्रम फैलाने का आरोप - Agricultural Produce Commerce Trade Bill 2020
ग्वालियर में बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर सिंह रावत ने कृषि बिल को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कृषि बिल किसानों के लिए फायदेमंद बताया है, वहीं विपक्षी दलों पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि बिल को लेकर किसानों से संवाद किया और कृषि बिल किसानों के कल्याण को सुनिश्चित करते हुए उनकी आय को दुगनी करने का महत्वपूर्ण कदम बताया है. वहीं बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर सिंह रावत ने ग्वालियर में प्रेस वार्ता कर कृषि बिल किसानों के लिए फायदेमंद बताया है. उनका कहना है कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इस बिल पर भ्रम की स्थिति बना रहे हैं, जबकि यह बिल किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगा.
बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर सिंह रावत ने कहा, किसान अपनी फसल को उचित मूल्य पर किसी भी व्यापारी या राज्य सरकार को बेच पाएगा. वहीं एमएसपी (Minimum support price) के विषय में उनका कहना है कि राज्य सरकार को इसकी छूट दी गई है, किसानों के साथ कोई भी अन्याय नहीं होने दिया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है, इस बिल से किसानों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum support price) पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भारतीय किसान संघ द्वारा इस बिल का विरोध किए जाने और किसानों के नुकसान उद्योगपतियों को लाभ देने के सवाल को टालते नजर आए.