ग्वालियर। जीवाजी यूनिवर्सिटी को विश्व बैंक से 16 करोड़ रुपए की राशि दी गई है. इस राशि से यूनिवर्सिटी के सात प्रमुख संकाय में शिक्षा की गुणवत्ता और संसाधन को विकसित किया जाएगा. ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी को ए ग्रेड का दर्जा हासिल है. यूनिवर्सिटी को UGC और राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रुसा) से भी समय-समय पर ग्रांट मिलती रही है.
सोलह करोड़ की ग्रांट मिली मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा उत्कृष्टता सुधार प्रोग्राम के तहत वर्ल्ड बैंक ने प्रदेश सरकार को करोडों रुपए की राशि जारी की है. जिसे प्रदेश सरकार ने कई यूनिवर्सिटी को अलग-अलग विषय और संसाधनों को जुटाने के लिए राशि दी है.
ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय को सोलह करोड़ रुपए की राशि मिली है. इस राशि से विभिन्न संकाय में शिक्षा की गुणवत्ता और उसमें सुधार के लिए कार्यक्रम चलाए जाएंगे. वहीं लाईब्रेरी, लैब और क्लासरुम को नए तरीके से डिजाइन किया जाएगा.
यह राशि वर्ल्ड बैंक ने एमपी हायर एजुकेशन क्वालिटी इंप्रूवमेंट प्रोग्राम के तहत जारी की है. जीवाजी यूनिवर्सिटी को जिन सात संकायों के लिए यह राशि दी है, उसमें केमिस्ट्री, फिजिक्स, जूलॉजी, बॉटनी, कॉमर्स, लाइब्रेरी, साइंस और प्लेसमेंट सेल शामिल हैं. इससे पहले विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने भी कई बार जीवाजी यूनिवर्सिटी को शिक्षा की गुणवत्ता और सुधार के लिए राशि मुहैया कराई है.