ग्वालियर। सुरों के सरताज कहीं जाने वाली तानसेन की याद में ग्वालियर में शनिवार से तानसेन समारोह का आगाज हो गया है. परंपरागत तरीके से शुरू हुए इस समारोह में सबसे पहले समाधि स्थल पर हरिकथा और मिलाद का आयोजन किया गया. इस मौके पर गंगा जमुनी तहजीब देखने को मिली. सबसे पहले ढोली बुआ महाराज के शिष्यों ने तानसेन की समाधि पर श्रद्धांजलि दी. तो वहीं मुस्लिम समाज ने उनके लिए मिलाद शरीफ का का आयोजन किया गया.
हरिकथा और मिलाद से हुई अंतरराष्ट्रीय तानसेन समारोह की शुरुआत - International Tansen Festival begins with Harikatha and Milad
संगीत सम्राट की स्मृति में उनकी समाधि पर अंतरराष्ट्रीय तानसेन समारोह का आयोजन किया जा रहा है. समारोह का आगाज हरिकथा और मिलाद के आयोजन के साथ हुआ.
कोरोना की वजह से अबकी बार पास से मिलेगी एंट्री
कोरोना संक्रमण की वजह से इस समारोह में सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम किए हैं. समारोह में श्रोताओं के लिए पास की व्यवस्था की है. साथ ही मेन गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइज की व्यवस्था है. अबकी बार सभाओं में भी बदलाव किया गया है. सुबह 10:00 से 2:00 बजे तक सभा आयोजित होगी तो वहीं शाम की सभा को दोपहर 3:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक आयोजित किया जाएगा.
अबकी बार कुर्सियों पर बैठकर ले सकेंगे संगीत आनंद
कोरोना संक्रमण के कारण अबकी बार बैठने की व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है. पहले भारतीय संस्कृति के अनुसार जमीन पर बैठकर संगीत का आनंद लेते थे, लेकिन अबकी बार कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कुर्सियों की व्यवस्था की गई है. कुर्सियां सोशल डिस्टेंस से लगाई गई है, ताकि कोरोना के नियमों का पालन हो सके.