ग्वालियर।किसी लड़की के लिए पति का घर एक सुनहरा सपना होता है, लेकिन सोनिया के लिए पति का घर कालकोठरी साबित हुआ. (Dowry Harassment Case in Gwalior) सिर्फ 27 साल की सोनिया को अब देखने से पता चलता है कि वह अधेड़ उम्र की हो गई है. यह सब हुआ उसके पति और ससुराल वालों की प्रताड़ना के कारण. प्रताड़ना के चलते वह क्षय रोग से पीड़ित हो गई. ना तो उसका समय पर इलाज कराया गया और ना ही मायके वालों को उससे मिलने दिया.
इलाज के नाम पर झाड़-फूंक कराई गई. नतीजा यह हुआ कि महिला अब मरने की कगार पर है. विवाहिता को ससुराल वाले अब उसकी मजदूर मां के भरोसे छोड़ गए हैं. (Girl Tortured For Dowry in Gwalior)
ग्वालियर में दहेज प्रताड़ना का मामला महिला ने वीडियो जारी कर लगाई न्याय की गुहार
महिला ने एक वीडियो जारी कर कहा कि उसके पति और अन्य ससुराल वालों को सख्त से सख्त सजा मिले, ताकि उसकी आत्मा को कुछ शांति मिल सके. उसने अपने पति गुलफाम, जेठ मौसम खान और सोनू खान के अलावा जेठानी शबाना और गुलनार पर मारपीट करने से लेकर खाना नहीं देने तक के आरोप लगाए हैं. पीड़ित विवाहिता की मां अपनी हैसियत के मुताबिक उसका इलाज करवा रही है.
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बहोड़ापुर पुलिस ने महिला के बयान के आधार पर उसके ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक गिरफ्तारी किसी की भी नहीं हो सकी है.
यह है 27 साल की सोनिया की दर्द भरी कहानी
रामाजी का पुरा निवासी 27 वर्षीय सोनिया की शादी परिवार की सहमति से 14 जनवरी 2018 को सुनारों की बगिया कटीघाटी निवासी गुलफाम खां के साथ सम्मेलन से हुई थी. गुलफाम किसी दुकान पर काम करता था. शादी सम्मेलन से होने के बाद भी सोनिया की मां ने उसे एक बाइक दहेज में दी थी. पति ने दहेज में मिली बाइक बेच दी. अब वह सोनिया से मायके से दूसरी गाड़ी दिलाने की मांग करने लगा.
विरोध करने पर उसे पीटने भी लगा. हद तो तब हो गई, जब सोनिया को उसने घर की नौकरानी से भी बुरी तरह रखा. उसे एक कमरे में बंधक बनाकर रखा जाने लगा. सुबह घर के काम के लिए उसे बाहर निकाला जाता था. इसके बाद कमरे में बंद कर देता और शाम को काम से लौटने के बाद फिर बाहर निकालता. सारे काम खत्म होने के बाद फिर कमरे में बंद कर दिया जाता. करीब चार साल से यही हाल था.
पति ने खुद को बताया निर्दोष
जब इस मामले में सोनिया के पति से बात की गई तो उसने मारपीट और बंधक बनाकर रखने के आरोपों को गलत बताया. पत्नी की इस हालत के लिए उसको ही जिम्मेदार ठहराया. पति ने कहा कि जब उसे उसके टीबी होने का पता चला तो वह उसे लेकर सरकारी अस्पताल भी गया था, पर पत्नी ठीक नहीं हो रही थी. दो दिन पहले जब वह काम करने गया तो सोनिया को उसकी मां जबरदस्ती ले गई.
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