ग्वालियर। जिले में डीआरडीई ने कोविड-19 से लोगों को इस संक्रमण से बचाने के लिए नई तकनीक तैयार करने में जुटी हुई है. बता दें की ग्वालियर डीआरडीई ने नई तकनीकों में सोशल डिस्टेंसिंग पैंडल, थर्मल सेंसर, सिस्ट वॉच और अल्ट्रावायलेट एंट्री गेट तैयार किया गया हैं. डीआरडीई की इन तकनीकों को लेकर ग्वालियर की एक कंपनी ने ये प्रेजेंटेशन भारत सरकार को दिया है. वहीं अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है और जल्द ही एक यूनिवर्सिटी के सहयोग से ये प्रोडक्ट बहुत कम दरों पर मार्केट में लाया जा सकता हैं.
कोरोना संक्रमण में DRDE ने नई तकनीक से बनाया सोशल डिस्टेंसिंग पेंडल, रिस्ट वॉच और अल्ट्रावायलेट एंट्री गेट किये तैयार - DRDE ने नई तकनीक से बनाया सोशल डिस्टेंसिंग पेंडल
ग्वालियर में कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए डीआरडीई ने नई तकनीकों में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए सिस्ट वॉच और अल्ट्रावायलेट एंट्री गेट तैयार किया है. जिसे लेकर ग्वालियर की एक कंपनी ने ये प्रेजेंटेशन भारत सरकार को दिया है और जिसकी मंजूरी मिलते ही ये प्रोडक्ट मार्केट में लाए जा सकते हैं.
डीआईडीई के द्वारा तैयार किए गए इस सोशल डिस्टेसिंग पेंडल से जहां 3 फीट से कम दूरी पर अलार्म बजेगा, तो एक दूसरे को 3 फीट की दूरी मेंटेन करने के लिए अलार्म के माध्यम से लोगों को सचेत भी कर देगी और साथ ही वहीं रिस्ट वॉच शरीर का तापमान बढ़ते ही आपको अलर्ट कर देगी. ये सिस्टम बेहद उपयोगी साबित होगा. जब 100 लोगों के बीच में से दो या तीन लोगों को बुखार है ऐसे लोगों को पहले ही ट्रेस होकर क्वॉरेंटाइन किए जा सकते हैं.
वहीं अल्ट्रावायलेट सैनीटाइजर इंट्री गेट बाजार के किसी ऑफिस या मॉल में प्रवेश करेंगे तो अल्ट्रावायलेट सैनीटाइजर एंट्री गेट में प्रवेश करते ही व्यक्ति अल्ट्रावायलेट टेक्निक से पूरा शरीर सेनीटाइज हो जाएगा.