ग्वालियर।लगभग 20 दिन पहले जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट (Minister in charge Tulsi Silavat) ने शहर की खुदी हुई सड़कों को लेकर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे कि 10 दिन के अंदर शहर की सभी सड़कें ठीक होनी चाहिए. उन सड़कों पर पेच वर्क का काम पूरा होना चाहिए. अगर यह काम 10 दिन में पूरा नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
प्रभारी मंत्री के इस आदेश को लगभग 20 दिन बीत चुके हैं. लेकिन अभी भी प्रभारी मंत्री के आदेश की आवाज अधिकारियों के कानों तक नहीं पहुंची है. हालात यह है कि शहर में अभी भी सड़कें बहाल अवस्था में पड़ी हुई है. इसी की पड़ताल करने के लिए ईटीवी भारत (ETV Bharat) ने उन सड़कों का जायजा लिया, जो कुछ दिन पहले ही बनी थी. लेकिन प्रभारी मंत्री के आदेश के बाद भी जर्जर पड़ी हुई है.
बाढ़ से 94 किलोमीटर की 71 सड़कें खराब
ग्वालियर चंबल अंचल (Gwalior Chambal Zone) में कुछ दिन पहले हुई बारिश से ग्वालियर की सड़कें (Road of Gwalior) पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. बारिश के बाद लगभग 94 किलोमीटर की 71 सड़कें खराब हो गई है. जिन्हें ठीक करने के लिए लगभग 80 करोड़ रुपए की अधिक राशि चाहिए. दरअसल बारिश से पहले इन सड़कों पर पैच वर्क ठीक तरह से नहीं किया गया यही कारण है कि यह सड़क उखड़ गई है. इसी को लेकर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक कर 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था.
खराब सड़कों पर तुलसी सिलावट की चेतावनी, कहा- 10 दिन में दूरस्त करें सडकें, वरना होगी कार्रवाई
संभागायुक्त ने भी दिए निर्देश