ग्वालियर। देश में अब प्राकृतिक खेती की पाठशाला प्रारम्भ होगी. ये कहना है केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का. केंद्रीय मंत्री यहां राजमाता विजयाराजे कृषि विश्वविद्यालय में प्राकृतिक खेती पर होने वाली राष्ट्रीय कार्यशाला में शिरकत कर रहे थे. नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि देश के कृषि विश्विद्यालयों में प्राकृतिक खेती कोर्स शामिल किया जा रहा है. जिसके तहत कृषि छात्रों को प्राकृतिक खेती की पद्धति पाठ्यक्रम में पढ़ाई जाएगी. (Gwalior union agriculture minister)
Agriculture Minister नरेंद्र सिंह तोमर का ऐलान, कृषि विश्वविद्यालय में शामिल होंगे प्राकृतिक खेती के कोर्स - ग्वालियर तोमर ऐलान प्राकृतिक खेली कोर्स
मध्यप्रदेश में किसानों के लिए एक बड़ी पहल होने जा रही है. जिसके जरिए किसानों को काफी राहत मिलेगी. यह पहल प्राकृतिक खेली को लेकर हो रही है. इसके लिए ग्वालियर के राजमाता विजयराजे सिंधिया विश्वविद्यालय में एक कार्यशाला भी आयोजित हो रही है. जिसमें भाग लेने आए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उक्त जानकारी दी है. प्राकृतिक खेती को सरकार जल्द ही एग्रीकल्चर के पाठ्यक्रम में शामिल करने वाली है. इसको लेकर इस कार्यशाला में भी काफी मंथन हुआ. उद्देश्य यही है कि इसे जन-जन तक पहुंचाया जाए. (University soon include natural farming courses)
प्राकृतिक खेती को जन-जन तक पहुंचाने पर मंथनः ग्वालियर के राजमाता विजयराजे सिंधिया विश्वविद्यालय में प्राकृतिक खेती पर एक कार्यशाला आयोजित की जा रही है. जिसमें देशभर के 425 कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक पहुंचे है. कार्यशाला में प्राकृतिक खेती तकनीक को जन-जन तक पहुंचाने पर मंथन हुआ. इस दौरान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत सरकार जल्द ही देश के एग्रीकल्चर के पाठ्यक्रम में प्राकृतिक खेती की शुरुआत करेगी. तोमर के मुताबिक प्राकृतिक खेती कोर्स के लिए कमेटी ने भी अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है. विशेषज्ञों की रिपोर्ट के बाद भारत सरकार जल्द ही प्राकृतिक खेती को पढ़ाने की शुरुआत करने जा रही है. अन्य प्रदेशों की तरह अब मध्य प्रदेश में शुरुआती दौर में पांच हजार किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए आगे लाया जा रहा है. अगर इसमें सफलता मिली तो निश्चित रूप से किसानों को खेती के दौरान आने वाली बहुत सी समस्याओं से निजात मिला जाएगी. (Narendra singh tomar announcement natural farming)