मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

Gwalior Tulip Garden ग्वालियर के गार्डन में दिखी कश्मीर की शान, गांधी उद्यान और जलविहार में खिला ट्यूलिप का फूल

कश्मीर की शान ट्यूलिप के फूल अब ग्वालियर में भी नजर आएंगे. ग्वालियर के जल विहार में ट्यूलिप के पौधे लगाए गए थे, जिसमें से एक फूल खिले हैं (Gwalior Tulip Garden). इस फूल के पौधे की देखभाल के लिए टीम लगाई गई थी. ट्यूलिप के फूल खिलते ही नगर निगम के अफसर के साथ ही बड़ी संख्या में नागरिक भी पहुंच गए.

Gwalior Tulip Garden
ग्वालियर में ट्यूलिप का गार्डन

By

Published : Dec 24, 2022, 7:37 PM IST

ग्वालियर। कश्मीर में उगाए जाने वाले फूल अब ग्वालियर में भी आपको दिखाई देंगे. शहर में नगर निगम के पार्कों में ट्यूलिप के फूल खिलने शुरू हो गए हैं. यहां एक फूल खिला है, जिसे देखने न केवल नगर निगम के अफसर पहुंचे बल्कि बड़ी संख्या में नागरिक भी पहुंच गए. पहला मौका है जब ट्यूलिप का फूल यहां खिला है (Gwalior Tulip Garden). स्विट्जरलैंड-नीदरलैंड में ट्यूलिप के सबसे बड़े गार्डन मौजूद हैं. हमारे भारत के सिरमौर कश्मीर में ट्यूलिप उगाए जाते हैं. ये कश्मीर की शान है.

पार्कों में हो रहा है नवाचार:निगमायुक्त किशोर कन्याल के निर्देश पर निगम के पार्क विभाग द्वारा शहर की विभिन्न पार्कों में नये नये पौधे लगाकर नवाचार किया जा रहा है. इसी के तहत जलविहार और गांधी पार्क में ट्यूलिप के पल्वों का रोपण किया गया था. जिनकी देखभाल समय समय पर की गई. उसी का नतीजा रहा कि शहर में पहली बार ट्यूलिप के फूल खिले हैं, जो कि सामान्यता कश्मीर के वातावरण में खिलते हैं(tulip flower in Gwalior garden). इस फूल के यहां खिलने से इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लगने वाली है.

जम्मू-कश्मीर : ट्यूलिप फेस्टिवल का आगाज, बादशाह ने बांधा शमा

ट्यूलिप के पौधों के लिए लगाई गई थी विशेष टीम: पार्क नोडल अधिकारी रोहित तिवारी, पार्क अधीक्षक मुकेश बंसल के निर्देशन में जलविहार और गांधी पार्क में ट्यूलिप के पौधों का पहली बार रोपण किया गया था. उनकी देखभाल के लिए विशेष टीम लगाई गई है. उस टीम द्वारा समय समय पर पानी और खाद दिया गया, जिसका नतीजा यह रहा कि एक भी पौधा खराब नहीं हुआ और सभी पौधे बड़े हो गए हैं. कुछ पौधों में कलियां खिलने लगी है, जल्द ही यहां ट्यूलिप के कई सारे फूल दिखेंगे. अब जल विहार घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है. उनकी देखभाल अनिल धाकड़ और पार्क विभाग की टीम ने की है. फूल खिलने पर लोगों ने इन पौधों को संरक्षित करने वाली टीम को बधाई दी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details