संत रविदास जयंती पर सिंधिया ने दलित कन्याओं को परोसा भोजन ग्वालियर।संत रविदास जयंती पर ग्वालियर में बीजेपी और कांग्रेस के तमाम बड़े दिग्गज नेताओं का डेरा जमा हुआ है. बीजेपी और कांग्रेस यहां पर कार्यक्रम आयोजित कर रही है. इस वर्ष विधानसभा के चुनाव होना है. इस समय दोनों पार्टी किसी भी जाति को साधने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती. यही वजह है कि आज कांग्रेस और बीजेपी दोनों रविदास जयंती को ग्वालियर में समारोह पूर्वक मना रही है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संत रविदास के मंदिर पर दलित कन्याओं को अपने हाथ से भोजन कराया.
संत रविदास मंदिर पहुंचे सिंधिया:सिंधिया एयरपोर्ट से जय विलास पैलेस होते हुए सीधे लक्ष्मण तलैया स्थित संत रविदास मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने सबसे पहले संत जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और चिड़िया ने संत रविदास की प्रतिमा पर दंडवत देकर आशीर्वाद दिया. लोगों से आह्वान किया कि वे संत जी की वाणी और वाक्यों पर ध्यान दें तो जीवन सहज और सुंदर हो जाएगा. उन्होंने जो जीवन दर्शन दिया वही जीवन का सार है.
संत रविदास जयंती पर सिंधिया ने दलित कन्याओं को परोसा भोजन विकास यात्रा का शुभारंभ:इस मौके पर सिंधिया ने कन्याभोज में आई बालिकाओं को अपने हाथ से खाना परोस कर उन्हें खिलाया और उनसे बातचीत भी की. बच्चे भी सिंधिया से मिलकर बहुत खुश नजर आए. इस मौके पर प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सहित बीजेपी के अनेक नेता मौजूद थे. सिंधिया ने इस मौके पर ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र की विकास यात्रा का शुभारंभ किया. इस यात्रा का नेतृत्व क्षेत्रीय विधायक और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर खुद कर रहे हैं, जो इसके जरिए अपने क्षेत्र में कराए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी अपने वोटर्स को देंगे.
नए आयाम स्थापित करेगी विकास यात्रा, गरीबों और जनता के कल्याण के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगे- CM शिवराज
चुनावी गुब्बारा में कील:यात्रा पर निकलने से पहले ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, आज रविदास जयंती के जरिए कांग्रेस ने जो चुनावी सिंगुफा छोड़ा है. एक चुनावी गुब्बारा उड़ाने की कोशिश की है. हम इस यात्रा के जरिए उस गुब्बारे में कील लगाने का काम करेंगे. वहीं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि, संत रविदास इस देश के शिरोमणि संत है. उनकी वाणी और आदर्शों पर चढ़कर लोग प्रेरणा लेते हैं.